
पटियाली तहसील के अंतर्गत गंगा के रौद्र रुप का सामना करते हुए ग्रामीणों और क्षेत्रवासियों की समस्याऐं रुकने का नाम नहीं ले रहीं हैं । जहां शासन प्रशासन की ओर से राहत राहत सामग्री वितरित किए जाने का समाचार है वहीं लाइट व्यवस्था भंग होने , मिट्टी का तेल माचिस व घरेलू उपयोग की वस्तुएं आदि न मिल पाने से, बाढ़ के पानी से घिरे ग्रामीणों के सामने पशुओं के लिए चारा और आवास एवं पशुओं के स्वास्थ्य और क्षेत्र वासियों के स्वास्थ्य संबंधी समस्या पैदा हो रही है लोग घर की छतों पर खाना बना रहे हैं और शौच के लिए स्टीमर से पांच से पन्द्रह किलोमीटर जा रहे हैं।गांव मुंजा खेड़ा के राम सिंह ने बताया कि इस क्षेत्र में फसलें लगभग तबाह हो चुकी हैं और पशु पालकों के सामने क ई तरह की समस्याएं मुंह बाए खड़ी हैं सामाजिक कार्यकर्ता अब्दुल हफीज गांधी ने स्टीमर द्वारा इन क्षेत्रों का दौरा किया । उन्होंने बताया कि क्षेत्र वासी विषम परिस्थिति से जूझ रहे हैं उन्होंने और बाढ़ प्रभावित क्षेत्र के नागरिकों ने बताया कि प्रति वर्ष गंगा में आने वाली बाढ़ से बचाने के लिए नगला हंसी से राजे पुर कुर्ला तक पक्का बांध बनाए जाने की आवश्यकता है जिससे काफी हद तक आवासीय क्षेत्र में होने वाले नुकसान से बचा जा सकता है ।