उत्तर प्रदेश के एटा में पत्रकारों के उत्पीड़न पर भारतीय मीडिया फाउंडेशन ने उठाई कड़ी आवाज!

नई दिल्ली:
भारतीय मीडिया फाउंडेशन (बीएमएफ) ने उत्तर प्रदेश के एटा जिले में पत्रकारों के उत्पीड़न की घटनाओं पर गंभीर चिंता व्यक्त करते हुए उच्च प्रशासनिक अधिकारियों से तत्काल और कड़ी कार्रवाई की मांग की है। बीएमएफ के संस्थापक एके बिंदुसार ने स्पष्ट किया है कि ऐसे भ्रष्ट अधिकारियों और अराजक तत्वों के खिलाफ अब व्यापक मोर्चा खोला जाएगा।

राष्ट्रीय महासचिव सचिन गुप्ता को खाद्य विभाग द्वारा परेशान किया जाना

बीएमएफ ने अपने प्रिंट एवं इलेक्ट्रॉनिक मीडिया सेल के राष्ट्रीय महासचिव पत्रकार सचिन गुप्ता को खाद्य विभाग द्वारा अनावश्यक रूप से परेशान किए जाने की कड़ी निंदा की है। सचिन गुप्ता की दुकान से कई सैंपलों का भरा जाना बीएमएफ द्वारा भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ रहे लड़ाई में व्यवधान उत्पन्न करने के लिए एक सोची-समझी कार्रवाई बताया गया है। एके बिंदुसार ने इस मामले में संलिप्त भ्रष्ट अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।

पत्रकार तुर्रम सिंह के खेत में कटीले तार लगाने का मामला!

एक अन्य गंभीर मामले में, कोतवाली सकरौली क्षेत्र के ग्राम धर्मपुर निवासी पत्रकार तुर्रम सिंह के खेत की मेड़ पर विपक्षियों द्वारा जानबूझकर कटीले तार लगाए गए हैं। ये तार इतने खतरनाक हैं कि किसी भी जानवर या व्यक्ति के फंसने पर गंभीर चोट लगने का खतरा है। उत्तर प्रदेश सरकार ने पहले ही ब्लेड वाले या कटीले तारों के प्रयोग पर पूर्ण प्रतिबंध लगा रखा है और इसका उल्लंघन करने पर दंडात्मक कार्रवाई का प्रावधान है।
पत्रकार तुर्रम सिंह ने इसे अपनी जान को खतरे में डालने का षड्यंत्र बताते हुए एटा के जिलाधिकारी और तहसील प्रशासन से कड़ी सुरक्षा और कानूनी कार्रवाई की अपील की है। चौंकाने वाली बात यह है कि इस शिकायत के बाद से विपक्षियों का साथ देने और पत्रकार पर हमला करने या कराने के लिए दर्जनों अराजक तत्व और दलाल सक्रिय हो गए हैं।
भारतीय मीडिया फाउंडेशन की मांग और आगामी कदम
भारतीय मीडिया फाउंडेशन ने इन घटनाओं को पत्रकारों को डराने-धमकाने और उनकी आवाज दबाने का प्रयास करार दिया है। बीएमएफ ने उच्च प्रशासनिक अधिकारियों से मांग की है कि:
1- खाद्य विभाग द्वारा सचिन गुप्ता को परेशान करने वाले अधिकारियों के खिलाफ त्वरित और निष्पक्ष जांच कर कड़ी कार्रवाई की जाए।
2- पत्रकार तुर्रम सिंह के खेत में लगाए गए कटीले तारों के मामले में दोषियों के खिलाफ तत्काल कानूनी कार्रवाई की जाए और पत्रकार को उचित सुरक्षा प्रदान की जाए।
3- पत्रकारों के उत्पीड़न के ऐसे मामलों को गंभीरता से लेते हुए, भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने के लिए प्रभावी कदम उठाए जाएं।
बीएमएफ ने यह भी दोहराया है कि वे भ्रष्ट अधिकारियों और पत्रकारों को परेशान करने वाले तत्वों के खिलाफ अपनी लड़ाई जारी रखेंगे और यह सुनिश्चित करेंगे कि पत्रकार निष्पक्ष रूप से अपना कार्य कर सकें। इस घटना से पत्रकारों और किसानों में चिंता का माहौल है, और स्थानीय लोगों ने भी दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है ताकि क्षेत्र में कानून व्यवस्था बनी रहे।

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निशाकांत शर्मा (सहसंपादक)

यह खबर /लेख मेरे ( निशाकांत शर्मा ) द्वारा प्रकाशित किया गया है इस खबर के सम्बंधित किसी भी वाद - विवाद के लिए में खुद जिम्मेदार होंगा

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