
सीधी, मध्य प्रदेश:
सीधी जिले के रामपुर नैकिन सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (CHC) में डॉक्टरों और नर्सों की अनुपस्थिति, मरीजों के प्रति घोर लापरवाही और व्याप्त भ्रष्टाचार को लेकर अब आवाजें तेज होने लगी हैं। हाल ही में भारतीय मीडिया फाउंडेशन, जो पत्रकारों और सामाजिक कार्यकर्ताओं का एक राष्ट्रीय संगठन है, के प्रदेश सचिव के साथ हुई एक गंभीर घटना ने इस मामले को और भी तूल दे दिया है, जिसके बाद संगठन ने सीधी के जिला चिकित्सा अधिकारी को एक ज्ञापन सौंपा है।
जानकारी के अनुसार, विगत दिनों भारतीय मीडिया फाउंडेशन के प्रदेश सचिव अपनी पत्नी को लेकर रात्रि में रामपुर नैकिन सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचे थे। उन्होंने वहां मौजूद कर्मचारियों को अपनी पत्नी की गंभीर स्वास्थ्य स्थिति के बारे में विस्तार से बताया और तत्काल इलाज की गुहार लगाई। हालांकि, आरोप है कि उनकी बातों को अनसुना कर दिया गया और अस्पताल में मौजूद डॉक्टर और नर्स एयर कंडीशनर युक्त कमरों में आराम फरमाते रहे। पत्रकार की पत्नी को आवश्यक चिकित्सा सहायता नहीं मिली, जिससे उन्हें भारी परेशानी का सामना करना पड़ा।
इस घटना ने स्वास्थ्य केंद्र में व्याप्त अव्यवस्था और संवेदनहीनता को उजागर कर दिया है। यह सिर्फ एक इकलौती घटना नहीं है, बल्कि स्थानीय लोगों द्वारा लंबे समय से डॉक्टरों और पैरामेडिकल स्टाफ की अनुपस्थिति, मरीजों के प्रति उदासीन रवैया और इलाज के नाम पर कथित तौर पर अनैतिक रूप से पैसे मांगने जैसी शिकायतें की जा रही हैं। आरोप है कि यह स्वास्थ्य केंद्र भ्रष्टाचार का अड्डा बन गया है, जहां मरीजों को सरकारी सुविधाओं का लाभ मिलने के बजाय निजी क्लीनिकों या अन्य जगहों पर जाने के लिए मजबूर किया जाता है।
भारतीय मीडिया फाउंडेशन ने इस मामले को गंभीरता से लिया है। संगठन की केंद्रीय कमेटी ने इस घटना पर कड़ी कार्रवाई की मांग की है और चेतावनी दी है कि यदि जिम्मेदार लोगों के खिलाफ तत्काल और उचित कार्रवाई नहीं की गई तो वे इस मामले को लेकर बड़े स्तर पर आंदोलन करेंगे। भारतीय मीडिया फाउंडेशन के एके बिंदुसार ने स्पष्ट रूप से कहा है कि “यदि अविलंब कार्रवाई नहीं होगी तो इसके लिए यूनियन की तरफ से कार्रवाई तेज की जाएगी।”
यह प्रकरण अब काफी आगे बढ़ता दिख रहा है और सीधी जिले के स्वास्थ्य विभाग की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। स्थानीय नागरिकों और सामाजिक संगठनों का कहना है कि सरकार को इस मामले में तुरंत हस्तक्षेप कर रामपुर नैकिन सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में व्याप्त भ्रष्टाचार और लापरवाही पर अंकुश लगाना चाहिए, ताकि आम जनता को बेहतर और पारदर्शी स्वास्थ्य सेवाएं मिल सकें। इस मामले में जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की अगली कार्रवाई का इंतजार है।