बढ़ती महंगाई का दौर में निहायत जरूरी चीजें ही खरीद रहे…!

कोरोना संकट के कारण बड़े पैमाने पर लोगों के रोजगार पर असर पड़ा है। बहुत सारे लोगों की नौकरियां चली गई हैं, तो बहुत सारे लोगों के दैनिक रोजगार छिन गए हैं। मजदूरों के सामने भविष्य की चिंता बनी हुई है। ऐसे में लोगों ने खरीदारी के मामले में अपने हाथ रोक रखे हैं। वे निहायत जरूरी चीजें ही खरीद रहे हैं। इस तरह मांग न बढ़ने के चलते आपूर्ति कुछ बढ़ने के बावजूद वस्तुओं की खपत रुकी हुई है और बुरी तरह प्रभावित हो रही है।मांग बढ़ाना सरकार के लिए बड़ी चुनौती और बेहद जरूरी है। वस्तुओं की मांग तब बढ़ती है, जब लोगों की क्रयशक्ति बढ़ती है और फिलहाल क्रयशक्ति बढ़ाने के कोई ठोस उपाय नजर नहीं आ रहे। क्रयशक्ति तब बढ़ती है, जब लोगों को रोजगार मुहैया कराया जाता है, उन्हें आमदनी बढ़ाने के अवसर मिलते हैं। सरकार की सबसे पहली और जरूरी नीति इस समय रोजगार के पर्याप्त अवसर प्रदान करना होनी चाहिए अगर रोजगार के पर्याप्त अवसर समय से प्राप्त नहीं होते हैं तो देश गरीबी के भयानक दलतल में जा सकता है!यह याद रखना चाहिए कि जिस समाज में लोग आर्थिक रूप से कमजोर होते हैं, वह समाज भी कमजोर होता है। ऐसा स्थिति में वह समाज किसी बाहरी हमले का सामना करने में खुद को कमजोर पा सकता है।