
उरई (जालौन)
शहर के प्रतिष्ठित कहे जाने वाले स्वास्तिक नर्सिंग होम पर अब सवाल खड़े हो रहे हैं। बच्चेदानी का सामान्य ऑपरेशन कराने आई महिला की जान चली गई, और परिजन इसे डॉक्टर की घोर लापरवाही बता रहे हैं। इस लापरवाही का आरोप नर्सिंग होम के डॉक्टर सुरेंद्र कुमार पर लगा है, जिनके इलाज के तरीके पर अब कई सवाल उठ रहे हैं।
मृत महिला की पहचान प्रभा देवी (पत्नी एमपी सिंह, निवासी सरावन, थाना गोहन) के रूप में हुई है। परिजनों के अनुसार 25 अप्रैल को प्रभा देवी को बच्चेदानी के ऑपरेशन के लिए स्वास्तिक नर्सिंग होम में भर्ती कराया गया था। डॉक्टर सुरेंद्र कुमार ने ऑपरेशन किया, लेकिन ऑपरेशन के तुरंत बाद ही महिला की तबीयत बिगड़ने लगी। इसके बावजूद डॉक्टर ने न तो ICU में भर्ती किया और न ही किसी विशेषज्ञ को बुलाया, बल्कि जल्दबाज़ी में महिला को झांसी रेफर कर दिया।
मृतका के भाई मंगल सिंह ने बताया कि झांसी पहुंचने के बाद भी महिला को किसी अस्पताल में भर्ती नहीं किया गया। हालात गंभीर होते देख परिवार उसे ग्वालियर के बिरला मेडिकल रिसर्च सेंटर ले गया, जहां कुछ समय तक इलाज चला। इसके बाद महिला को झांसी के नवजीवन अस्पताल में भर्ती किया गया, लेकिन हालत में कोई सुधार नहीं हुआ और आखिरकार 22 मई की रात उसकी मौत हो गई।
महिला की मौत के बाद परिजन जब शव लेकर दोबारा स्वास्तिक नर्सिंग होम पहुंचे, तो अस्पताल के बाहर शव रखकर प्रदर्शन किया। नाराज परिजनों ने डॉक्टर सुरेंद्र कुमार के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की।
सूचना मिलते ही उरई कोतवाली पुलिस और सीओ सिटी अर्चना सिंह मौके पर पहुंचीं और परिजनों को शांत कराने की कोशिश की। शव को पोस्टमॉर्टम के लिए मेडिकल कॉलेज भेज दिया गया है।
सीओ सिटी अर्चना सिंह ने बताया कि अभी परिजनों ने कोई लिखित शिकायत नहीं दी है। शिकायत मिलने पर जांच कर सख्त कार्रवाई की जाएगी।