कांग्रेस से शशि थरूर की विदाई जल्दी होगी

ये कांग्रेसी खुद निकालने पर उतारू है..

कूटनीतिक मोर्चे पर मोदी सरकार ने अब अपनी कमर कस ली है पाकिस्तान को कड़ा संदेश देने के लिए..!!

इसीलिए पूरे पक्ष विपक्ष का एक पैनल बना कर विदेशों में अपने देश का पक्ष रखने का निर्णय लिया गया है..!!
इसमें कांग्रेस ने जिनके नाम भेजे सरकार को वो कुछ इस तरह थे

पूर्व केंद्रीय कैबिनेट मंत्री आनंद शर्मा,
लोकसभा में उपनेता प्रतिपक्ष गौरव गोगोई,
राज्यसभा सांसद डॉ. सैयद नसीर हुसैन और लोकसभा सांसद राजा बरार शामिल हैं.

शशि थरूर का नाम नहीं भेजा..
अब आप बताए शशि थरूर के मुकाबले कौन सा इनमें नेता है..
जो विदेश नीति का इनके स्तर का विद्वान है..??

सरकार ने अच्छा किया इनके नामो पर चर्चा ना करके शशि थरूर को चुना..!!

अब ये सिद्धार्थ ताबिश से मै बिल्कुल सहमत नहीं हूं कि इस मामले में सरकार के हाथ पांव फूले हुए है

बल्कि इसमें सरकार का कॉन्फिडेंस झलक रहा है

पूर्व में भी ऐसा हुआ है

जब नर सिम्हा सरकार ने यूनाइटेड नेशन में कश्मीर पर अपना पक्ष रखने के लिए विपक्ष के नेता अटल बिहारी बाजपाई को भेजा
ताकि दुनिया भर में एक संदेश जाए कि कश्मीर मसले पर पूरा देश एक जुट खड़ा है..!!

ये कूटनीतिक दांव होता है
जिसे पहले भी खेला जा चुका है..

शशि थरूर धज्जियां उड़ा देंगे पाकिस्तान की अपने तर्कों से मुझे इस जरा भी संदेह नहीं..!!

•••••••

1994 में तत्कालीन प्रधानमंत्री नरसिंह राव ने जिनेवा में संयुक्त राष्ट्र के मानवाधिकार से जुड़े सत्र में एक प्रतिनिधि मंडल भेजने का फैसला किया था। इसका उद्देश्य कश्मीर समस्या पर भारत का पक्ष रखना और पाकिस्तान द्वारा समर्थित एक प्रस्ताव को विफल करना था, जिसमें नई दिल्ली की निंदा की जाती। उस समय यह प्रयास बहुत सफल रहा था। वाजपेयी के नेतृत्व वाले प्रतिनिधिमंडल के हस्तक्षेप के कारण पाकिस्तान का प्रस्ताव गिर गया था।

वाजपेयी की टीम में कौन-कौन थे शामिल
ये भी जान लीजिए

पीवी नरसिम्हाराव ने विदेश नीति के धुरंधर माने जाने वाले विपक्ष के नेता अटल बिहारी वाजपेयी को प्रतिनिधि मंडल का प्रमुख नियुक्त किया था। उनके साथ कश्मीर के फारूक अब्दुल्ला और राव सरकार के विदेश राज्य मंत्री सलमान खुर्शीद भी थे।

संयुक्त राष्ट्र के बारे में गहन जानकारी के साथ प्रतिनिधिमंडल को मजबूत करने के लिए, संयुक्त राष्ट्र में भारत के तत्कालीन राजदूत हामिद अंसारी को भी शामिल किया गया था।

••••••

इस बार भी यही होगा..शशि थरूर इस बात अटल बिहारी बाजपाई का काम संभालेंगे..

About The Author

निशाकांत शर्मा (सहसंपादक)

यह खबर /लेख मेरे ( निशाकांत शर्मा ) द्वारा प्रकाशित किया गया है इस खबर के सम्बंधित किसी भी वाद - विवाद के लिए में खुद जिम्मेदार होंगा

Learn More →

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

अपडेट खबर के लिए इनेबल करें OK No thanks