
नई दिल्ली/लखनऊ: भारतीय मीडिया फाउंडेशन ने देश में व्याप्त भ्रष्टाचार के बढ़ते वर्चस्व पर गहरी चिंता व्यक्त की है। भारतीय मीडिया फाउंडेशन के संस्थापक एके बिंदुसार ने एक बयान जारी करते हुए कहा है कि देश में अब “कोरोना काल की तरह ही भ्रष्टाचार काल” प्रारंभ हो गया है, जिसमें भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाने वालों का उत्पीड़न और उन पर फर्जी मुकदमे दर्ज किए जा रहे हैं।
उन्होंने आरोप लगाया कि वर्तमान में ऐसा माहौल बना दिया गया है कि यदि कोई भ्रष्टाचार के खिलाफ बोलता है, तो उसे फर्जी मुकदमों में फंसाया जा सकता है या वह गोली का शिकार भी हो सकता है।
एके बिंदुसार ने इस स्थिति पर गहरी चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि भ्रष्टाचार में लिप्त लोगों को सरकारी कार्यालयों और थानों में इज्जत से कुर्सी पर बैठाया जाता है, जबकि पीड़ितों पर ध्यान नहीं दिया जाता और उनकी सुनवाई तक नहीं होती। इस रवैये से भ्रष्टाचार को और बढ़ावा मिल रहा है।
उन्होंने इस गंभीर मुद्दे पर गहन चिंतन किया है और इस निष्कर्ष पर पहुंचा है कि देश में भ्रष्टाचार का वर्चस्व तेजी से बढ़ रहा है, जो एक चिंताजनक स्थिति है।
इस बढ़ते भ्रष्टाचार के खतरे को समाप्त करने के लिए भारतीय मीडिया फाउंडेशन ने देश के समस्त नागरिकों से अपील की हैं विशेष रूप से सभी पत्रकारों, सामाजिक कार्यकर्ताओं और देश के प्रबुद्ध नागरिकों से एकजुट होकर भ्रष्टाचार के बढ़ते हुए कदम को रोकने का कार्य करने का आह्वान किया है।
उन्होंने कहा कि मेरा मानना है कि सामूहिक प्रयास से ही इस गंभीर समस्या पर अंकुश लगाया जा सकता है और देश को भ्रष्टाचार मुक्त बनाया जा सकता है। जैसे कोरोना काल के दौरान सभी लोग एकजुट होकर नियमों का पालन करते हुए भयंकर बीमारी से छुटकारा दिलाए देश को उसी तरह हम लोगों को एकजुट होना होगा।
भारतीय मीडिया फाउंडेशन के संस्थापक एके बिंदुसार ने यह भी कहा कि वे इस मुद्दे को लेकर विभिन्न स्तरों पर अपनी आवाज बुलंद करते रहेंगे और भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई में सक्रिय भूमिका निभाएंगे। भारतीय मीडिया फाउंडेशन की ओर से नागरिकों से भी अपील की है कि वे अपने-अपने स्तर पर भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाएं और एक स्वच्छ एवं पारदर्शी समाज के निर्माण में योगदान दें।