एटा

सरकार योगी और मोदी जी की पहल की सड़क पर नमाज नहीं होनी चाहिए और प्रशासन को सख्त निर्देश दिए गए हैं की सड़क पर किसी को नमाज ना पढ़ने दी जाए हम स्वागत करते हैं लेकिन यह हमारे मौलिक अधिकार हैं नाके कोई नई परंपरा है सरकार को चाहिए कि जहां मस्जिदों में जगह कम है ईदगाह में जगह कम है तो ईदगाह के लिए मस्जिदों के लिए मुसलमानो को अलग से जगह आवंटित करें ताकि वह अपनी बनाई हुई मस्जिद और ईदगाह में ही नमाज पढ़े सड़क पर आने की जरूरत ही ना पड़े, यह लाखों करोड़ों मुसलमान की आस्था का सवाल है, जैसे कि उत्तर प्रदेश सरकार सबका साथ सबका विकास की बात कर रही है इस पर भी ध्यान दें,