
एटा में महिला के यौन शोषण के आरोपों में घिरे जेलर को जेल प्रशासन ने हटा दिया है। अब उन पर कार्रवाई की भी तलवार लटक गई है।
जल्द ही पुलिस मजिस्ट्रेट के समक्ष महिला के बयान कराएगी। इसके बाद जेलर की गिरफ्तारी हो सकती है।
इस महिला का जेलर से लंबे समय से विवाद चल रहा है। इसने 10 फरवरी की शाम को जेलर के आवास पर पहुंचकर हंगामा भी काटा था। इस हंगामे के वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल कर उसने कहा था कि जिला कारागार में तैनात जेलर प्रदीप कश्यप ने उसका यौन शोषण किया है। विभागीय कार्रवाई न होने पर उसने 14 मार्च को कोतवाली नगर में रिपोर्ट दर्ज करा दी।
रिपोर्ट दर्ज होने के बाद जेल अधीक्षक ने उन्हें हटाए जाने की संस्तुति करते हुए अपनी रिपोर्ट उच्चाधिकारियों को भेजी थी। बुधवार को जेलर को यहां से हटाकर झांसी जिला कारागार से संबद्ध कर दिया गया।
विभागीय कार्रवाई के अलावा अब गंभीर मामला पुलिस कार्रवाई का भी है। इसमें जेलर को आरोपों की गंभीरता के चलते गिरफ्तार कर जेल भी भेजा जा सकता है। सीओ सिटी अमित कुमार ने बताया कि मामले में विवेचना चल रही है। महिला पुलिस के समक्ष अपने बयान दर्ज करा चुकी है। अब मजिस्ट्रेट के समक्ष बयान दर्ज कराए जाने हैं। एक-दो दिन में बयान दर्ज कर लिए जाएंगे।
पीड़िता आरोपों पर कायम रहती है तो जेलर की गिरफ्तारी के प्रयास शुरू कर दिए जाएंगे।