
इलाज के नाम पर मरीज ठीक न होने पर रेफर करके बड़े अस्पतालों से होती है बड़े बड़े कमीशन की वसूली
कौशांबी: मूरतगंज ब्लॉक के हररायपुर बाजार में एक झोलाछाप डॉक्टर पिछले 20 वर्षों से अवैध रूप से एक अस्पताल का संचालन कर रहा है, जो इलाज के नाम पर मरीजों की स्वास्थ्य को खतरे में डाल रहा है। इस अस्पताल में मरीजों को भर्ती किया जाता है और उन्हें ग्लूकोस की बोतलें लगाकर मोटी रकम वसूली जाती है। हैरानी की बात यह है कि इस झोलाछाप डॉक्टर के पास कोई योग्य डिग्री नहीं है, फिर भी स्वास्थ्य प्रणाली की अनदेखी के चलते यह अस्पताल खुला है।
चौंकाने वाली बात यह भी है कि जब मरीज ठीक नहीं होते हैं, तो उन्हें बड़े अस्पतालों में रेफर करके वहां से कमीशन की वसूली की जाती है। स्वास्थ्य विभाग अब तक इस अवैध गतिविधि पर न तो कोई कार्रवाई कर पाया है और न ही अस्पताल को सीज किया गया है, जिससे प्रशासनिक अधिकारियों की मिलीभगत की संभावनाएँ बढ़ जाती हैं। इस मामले में तत्काल कार्रवाई की आवश्यकता है ताकि लोगों के स्वास्थ्य के साथ हो रही इस धोखाधड़ी को रोका जा सके।