झाँसी मेडिकल आग के बाद शासन ने दिए प्रत्येक जिलाधिकारी को निर्देश

एटा

जिलाधिकारी प्रे म रंजन सिंह के आदेश पर गठित की गई टीम द्वारा मेडिकल कॉलेज एटा का SDM भावना बिमल, मुख्य अग्निशमन अधिकारी, व अपर मुख्य चिकित्साधिकारी के साथ वीरांगना अवंतिबाई मेडिकल कॉलेज एटा व जिला चिकित्सालय का सयुक्त रूप से निरिक्षण किया गया।

निरिक्षण के दौरान SDM भावना बिमल व CFO द्वारा अग्नि उपकरणों के क्रियाशील स्थिति, सभी उपकरणो के रखरखाव का स्थान भी देखा गया.

CFO द्वारा सभी उपकरणों को समय-समय पर जाँच व क्रियाशील रखने के निर्देश संबंधित संस्थान को दिए है। मेडिकल स्टॉफ को आग लगने की स्थिति में आग बुझाने व संबंधित उपकरणों का प्रयोग समय पर कैसे किया जायेगा इसका तरीका CFO कर्मचारियों द्वारा दिया गया। मेडिकल कॉलेज स्टॉफ को यह भी जानकारी दी गई अचानक आग जैसी भयानक स्थिति होने पर आग पर काबू कैसे पाया जायेगा।

CFO द्वारा कर्मचारियों को प्रयोग द्वारा जानकारी दी की आकस्मिक सिलेंडर जैसे सामानो में आग लग जाती है तो बेहद सावधानी पूर्वक कैसे बुझाया जा सकता है.

सयुक्त टीम द्वारा मेडिकल कॉलेज की वर्तमान स्थिति को भी देखा कि अगर भवन में आग लग जाती है तो क्या अलार्म बजेगा की नहीं. ज़ब ऐसा प्रयोग किया गया तो अलार्म की स्थिति सुचारु दुरुस्त पाई गई, cfo सहित टीम ने बिल्डिंग में लगे फायर सिस्टम को चेक किया तो लगभग सभी सही काम करते देखे.

फायर से संबंधित कुछ चीज़ो को दुरुस्त करने के निर्देश CFO प्रशांत सिंह सहित निरिक्षण करने आई टीम द्वारा दिए गए. जिसमे मेडिकल कॉलेज में गार्ड की कमी को पूरा करने व सही स्थान पर गार्ड के रहने की जानकारी मेडिकल स्टॉफ को दी गई. यह भी जानकारी व निर्देश दिए गए कि फायर के समय कैसे अग्नि या अन्य चीज़ो के लिए विभागीय कर्मचारी कार्य करते है।

शासन द्वारा दिए गए निर्देशों के अनुपालन में गठित टीम को मेडिकल कॉलेज में अग्नि शमन से सम्बंधित सभी जांचे दुरुस्त पाई गई जिसकी जानकारी CFO प्रशांत सिंह द्वारा जिलाधिकारी प्रेम रंजन सिंह को दी गई।

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निशाकांत शर्मा (सहसंपादक)

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