एक और टाइम आउट
आगरा,बाह का स्टेडियम अब मिनी स्टेडियम के रूप में फिर से विधायक द्वारा टाइम आउट के रूप में इंतजार की झोली में डाल दिया है। गौर तलब रहे तीन दशकों से बाह का स्टेडियम विधायक और सांसदों के मध्य अभी तभी लेकिन मगर किंतु परंतु के शब्दो का खेल बना हुआ है ।
पृभुदयाल कठेरिया के समय कुछ लोगों ने भूख हड़ताल की थी जिसे सांसद ने अपनी निधि से भूमि समतली कारण के लिए एक करोड़ रुपये देकर दान में मिली जमींन देवता की पर काम शुरू होता कि विरासत की जमीं बताकर स्टेडियम लौट गया। उसके लिए केंद्र सरकार का स्वीकृत बजट का क्या हुआ पर ना तो विधायक ने और ना ही नये सांसदीं ने सोचा। समय गया समय आया उस जमीं को भमासाह ने एक स्कूल को दे दिया स्टेडियम लफड़े में पड़ गया। यही स्टेडियम चेतन चौहान जब खेल मंत्री बने तो फिर जिला पंचायत की डेरक् बाली जमीं पर बताया जाने लगा तो बेसिक शिक्षा विभाग से अव मुक्ति का नाटक शुरू हुआ। जिसको ना तो विधायक ही और ना ही सांसद स्टेडियम के लिए लिखबा पाए। फिर कमतरी चन्द्रपुर होते हुए उगन पुरा की जमीं पर आ ठहर गया तो अब बजट की कौड़ी फेंक दी गई।
बाह के खेल जगत का विधायक से और सांसद जी सवाल है कि कब केंद्र और राज्य सरकार की अलग अलग योजनाओं से बाह में स्टेडियम पेंडिंग है फिर राज्य केन्द्र से बजट क्यों मांग रहा है। राज्य सरकार जब तहसील केंद्र पर मिनी स्टेडियम बनवा रही है फिर केंद्र से बजट क्यों मांगने का स्वांग और जब केंद्र खेली इंडिया के तहत बाह को बजट दे चुका तो सांसद से विधायक के मध्य चर्चा क्यों नहीं। जब दोनों ही एक पार्टी और दोनों ही जगह एक ही दल की पार्टी तो फिर ये नाटक क्यों लम्बा हो रहा है। साफ है विधायक और सांसदो की आपसी अँह और श्रेय लेने की रारि में बाह का स्टेडियम समय के फेर का शिकार बना पड़ा है। सांसद की जिम्मेदारी क्या नहीं बनती कि प्रस्तावित बजट तत्काल अबमुक्त करा काम शुरू कराएं। और विधायक राज्य सरकार की योजना से स्टेडियम बनवालें।
इनकी बात यदि ये माने कि केंद्र से मिनी स्टेडियम बनेगा तो राज्य की योजना से किराउली मे एत्मदपुर में बने स्टेडियम क्या हैं। बाह को क्यों टाइम आउट के खेल में डाल विधायक और सांसद अपनी अहं की लड़ाई में उलझा स्टेडियम से वंचित कर रहे हैं।
बाह तहसील का खेल जगत जल्द ही विजय सिंह चौहान अर्जुन अवार्डी से मिल स्टेडियम निर्माण के लिए राज्य सरकार और केंद्र की योजनाओं की वस्विकता जानने निकलेगा। जिसकी रूप रेखा तय अगले सोम्बार को बाह में तय होगी ।
जिससे विधायक और सांसदो को भी अवगत करा उनसे उनके कार्य के लिए कहा जायेगा
वादा खिलाफ़ी और अँह से मुक्त हो बाह के साथ न्याय हो सके के प्रयास होंगे। आओ आप सभी भी अपने विचार के साथ जुड़ें।