बरेली :: शायमा खान पुत्री मो० उमर से नाली का विवाद चल रहा है। शायमा के द्वारा प्रार्थी की नाली के पानी को सरकारी तालाब में जाने से रोका गया था। शायमा के द्वारा सरकारी तालाब को पाटकर अपना मकान बनाया गया है। जिसमें न्यायालय तहसीलदार फरीदपुर के द्वारा शायमा के पिता मोहम्मद उमर पर जुर्माना भी पड चुका है। शायामा प्रार्थी को परेशान करने की नियत से प्रार्थी व उसके वच्चो के विरूद्ध झूठे प्रार्थना पत्र अक्सर देती रही है। पीड़ित सेवानिवृत शिक्षक है जिसके एक पुत्र अब्बदुल कादिर पोस्ट आफिस में सर्विस करता है। 10अक्टूबर को समय करीब एक बजे प्रार्थी अपनी नाली को साफ कर रहा था। जिसे विपक्षी शायमा ने पाट दिया इसी को लेकर कहासुनी हो गई प्रार्थी की तीनो पुत्रियाँ जो शादी शुदा है। प्रार्थी के घर से उसी समय अपनी अपनी ससुराल जा रही थी। तभी शायमा, इकरा, महक, सादान सभी एक राय होकर प्रार्थी के घर में घुस कर प्रार्थी व प्रार्थी की पत्नी चंन्दा बी० को बुरी तरह से मारने पीटने लगे एक फउडा प्रार्थी के हाथ में मारा था। जिससे प्रार्थी के शरीर पर काफी चोटे आई थी।
प्रार्थी ने सरकारी अस्पताल फरीदपुर में अपना व अपनी पत्नी की चोटो का मेडीकल कराया था। यह कि इसी बात को लेकर शायमा ने प्रार्थी एंव प्रार्थी के वच्चो के विरूद्व एक झूठा मुकदमा थाना फतेहगंजपूर्वी में पंजीकृत कराया है। इसके वाद प्रार्थी ने भी शायमा आदि के विरूद्ध थाना फतेहगंज में पंजीकृत कराया है। पीड़ित के घर पर टी०वी०सी०सी० कैमरे लगे हुऐ है। जिसमें शायमा के द्वारा प्रार्थी के विरूद्ध दर्ज कराये गये झूठे मुकदमें की सच्चाई देखी जा सकती है। शायमा प्रार्थी व प्रार्थी के वच्चो को वेवजाह परेशान कर प्रार्थी के ऊपर झूठे आरोपो को लगा रही है। जिसकी निष्पक्ष जॉच होना न्याय हित में अति आवश्यक है। जिससे प्रार्थी को न्याय मिल सके ।।