134 वीं जयंती पर सभी पत्रकार अपने साथी को याद करें भारत के हम कहें अपना हिंदुस्तान का यदि कोई निष्पक्ष ईमानदार और कर्तव्य निष्ठा से स्वाधीनता संग्राम आंदोलन में प्रत्यक्ष रूप से तन मन धन से वीरता के साथ यदि किसी ने काम किया है तो वह शहीद गणेश शंकर विद्यार्थी जी पत्रकार महोदय थे , जिन्होंने 16 वर्ष की आयु से देश की आजादी के लिए संघर्ष किया, पत्रकारिता और आंदोलन के कारण दो बार जेल गए समाचार पत्र बंद हुआ उनकी साहित्य लेखन पत्रकारिता लेखन और संघर्ष के साथ उन्होंने देश को आजाद करने में ब्रिटिश शासन की नीति का विरोध किया गुलामी का विरोध किया देश को आजाद करने में अपने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई ।
26 अक्टूबर 1890 को उनका जन्म हुआ आज 134 वर्ष पूर्ण हो गए हैं उनके जन्मदिन पर उनकी जयंती पर उनकी आत्मा की शांति और साहस और बलिदान के लिए सच्ची श्रद्धांजलि ही प्रत्येक पत्रकार संपादक महोदय को अपने समाचार पत्रों में और अपने संगठन के माध्यम से शहीद गणेश शंकर विद्यार्थी जी कोई याद करके उनकी स्मृति में अपने-अपने क्षेत्र के एक-एक साहित्यकार पत्रकार को सम्मानित करने की कृपा करें ।