एटा
जिलाधिकारी प्रेम रंजन सिंह के निर्देश पर जिले में जमकर छापामार कार्यवाही अमल में लाई जा रही है.
प्रशासन लगातार DAP खाद की दुकानों की दिन रात जाँच कर रहा है. किसानो की खाद की समस्या को देखते हुए शासन स्तर से भी जिले के अधिकारियों को मुख्यमंत्री मीटिंग में डांट खानी पड़ी है.
कल शाम के समय दुकानों के जाँच के दौरान नायब तहसीलदार सुशील सिंह को मारहरा ब्लॉक में एक नाबालिग ड्राइवर द्वारा करीब एक ट्रेक्टर पर 403 बोरिया लाद कर लें जाते पकड़ा.
*मानक की बात करें तो *
ज़ब नायब तहसीलदार द्वारा उक्त खाद को पकड़ा तो बताया गया कि खाद को एटा से लेकर जा रहें है क्योंकि कासगंज में खाद की कमी हो गई है।
जबकि नियम यह है कि एक जिले से दूसरे जिले में खाद लें जाने के नियम शासन स्तर से मना ही है लेकिन आपात समय में जिलाधिकारी के लिखित आदेश पर ऐसा सम्भव है परन्तु पकड़ा गया माफिया के पास ऐसा कोई सबूत नहीं पाया गया.
*कृषि अधिकारी मनवीर सिंह *
इस चोरी के संबंध के बारे में ज़ब कृषि अधिकारी से संपर्क किया गया तो फोन भारी हो जाने की वज़ह से उठा नहीं सके। फिलहाल इस चोरी डकैती में कृषि अधिकारी मनवीर सिंह सीधे तौर पर चोर नजर आते है. जिलाधिकारी प्रेम रंजन सिंह के निर्देशों के बाद भी अभी तक उक्त ट्रेक्टर में जाने वाले माफिया पर कोई कार्यवाही अमल में नहीं लाई गई है.
जिन दुकानों से यह खाद कासगंज जनपद जा रही थी आखिर उन दुकानों पर क्या अब कार्यवाही की गई.. शायद अब तक नहीं!!
*चोर है ये … माफियाओ के साथ *
कृषि अधिकारी मनवीर सिंह इस पुरे खेल में कही न कही शामिल नजर आ रहें है क्योंकि कृषि भूमि के अनुसार शासन स्तर से खाद का जनपदबार वितरण किया जाता है। 403 खाद की बोरियो की दिन दहाड़े डकैती डालने वाले अभी तक क़ानून के दायरे से बाहर है।कही न कही सरक्षण तो है ही….
1-विराट ट्रेडर्स
जारथल
स्टॉक रजिस्ट्रर भी नहीं पाया गया.
लाइसेंस भी नहीं पाया गया.
जाँच की गई तो ऐसी भी दवा पाई गई जो अनु उपयोग में होती है. दवा एक्सफायर भी हो चुकी थी.
ट्रेक्टर पर मानक के अनुसार से अधिक भार भी लें जाया जा रहा था।
*आखिर जिले की खाद की कालाबाजारी में जिले के कौन कौन अधिकारी शामिल है. कौन है जो जिलाधिकारी प्रेम रंजन सिंह की आँखों में धूल झोंक रहा है।*