तख़्त ए ताऊस, मयूर सिंहासन मुगलो का शाही तख्त माना जाता था इस सिंहासन में कीमती पत्थर हीरे और सोना जड़ा गया था इसको बनाने में तकरीबन 1150 किलो सोना इस्तेमाल किया गया था सोने के अलावा 230 किलो क़ीमती पत्थर लगे थे।
तख्त ए ताऊस पर बैठने वाला आखिरी बादशाह शाहजहां था साल 1999 में इसकी क़ीमत लगभग 4.5 बिलियन रुपिये आंकी गई थी कहा जाता है तख्त ए ताउस ताजमहल से ज़्यादा लागत में बना था जिसे बनने में सात साल लगे थे 1739 में नादिर शाह तख्त ए ताऊस को लूट कर ईरान ले गया था।