//रात में लूट सुबह हत्या, अपराध रोकने में पुलिस प्रशासन नकाम//
//अपराधों को कौन देखे सब की पुलिस लगी वसूली में?//
//जिले में जगह-जगह संचालित है हुए के फल और बिक रही ने नशीली दवाएं, जिम्मेदार अधिकारी मौन//

छतरपुर। पुलिस के लिए छतरपुर जिले में लगातार घटित हो रही वारदातें एक बड़ी चुनौती बनती जा रही है, बीती रात एक सर्राफा व्यापारी के साथ तकरीबन 12 लाख रुपए की लूट होती है और रंगों के पर्व होली की सुबह युवक की गोली मारकर हत्या कर दी जाती है। इसके पूर्व बहुजन समाज पार्टी के नेता महेंद्र गुप्ता की भी सरे राह गोली मारकर हत्या की गई थी। इन दोनों जिले में जिस तेजी से अपराधों का ग्राफ बढ़ रहा है उस तेजी से पुलिस अपराधियों को पकड़ने में नाकाम साबित हो रही है इस कारण पुलिस की कार्यप्रणाली पर भी सवालिया निशान उठने लगे हैं। सोमवार को शहर के महोबा रोड पर युवक की जमीनी विवाद को लेकर हत्या की गई यह विवाद तकरीबन शहर महापूर्व जमीन पर मालिकाना हक को लेकर उपजा था और लगातार विवाद की स्थिति बनने के कारण थाने से लेकर पुलिस अधीक्षक तक संबंधितों द्वारा शिकायतें भी की गई थी। सूत्रों की माने तो पुलिस के आला अधिकारियों को भी यह जानकारी थी कि उक्त जमीन को लेकर लगातार विवाद चल रहा है अगर समय रहते उनके द्वारा उचित कार्रवाई की जाती तो आज एक युवक की जान ना जाती।