एटा, NDRF गाजियाबाद के सहयोग से जवाहर लाल नेहरू डिग्री कॉलेज, एटा में भूकम्प से बचाव पर मॉकड्रिल का आयोजन हुआ। इस मॉकड्रिल में भूकम्प आने पर स्थानीय समुदाय का कार्य तथा उसके बाद की जाने वाली कार्यवाही को किया गया। मॉकड्रिल में भूकम्प आने पर संबंधित विभाग कैसे कार्य करेगें तथा उनका कार्य किस प्रकार होगा, इसको परखा गया। इसके अलावा इस मॉकड्रिल में आग लगने पर आग को कैसे बुझायें, तथा प्राथमिक चिकित्सा कैसे करे व घायल व्यक्ति को ऑक्सीजन किस प्रकार दें इसके बारे में भी बताया गया। इस भूकम्प से बचाव के मॉकड्रिल में विभिन्न विभागों जैसे- राजस्व विभाग, नगर पालिका, जल निगम, सिचाई विभाग, लोक निर्माण विभाग, विद्युत विभाग, स्वास्थ्य विभाग, पशुपालन विभाग, सिविल डिफेन्स, पुलिस विभाग, अग्निशमन विभाग, परिवहन विभाग, पूर्ति विभाग, सूचना विभाग के स्थानीय अधिकारी व मीडिया जगत से पत्रकार बन्धु सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी/कर्मचारी अपने विभाग के आपदा से बचाव सम्बन्धी उपकरणों, संसाधनों तथा टीम के सदस्यों के साथ मौजूद रहे।
इस मॉकड्रिल में जवाहर लाल नेहरू कॉलेज, एटा में अध्ययन करने वाले सभी छात्रों ने प्रतिभाग किया। इस मॉकड्रिल के सफलता पूर्वक सम्पन्न होने के बाद श्री सत्य प्रकाश अपर जिलाधिकारी (प्रशासन) ने सभी अधिकारियों/कर्मचारियों तथा कॉलेज में अध्यययन छात्रों व कॉलेज प्रशासन का आभार प्रकट किया। इस अवसर पर जवाहर लाल नेहरू कॉलेज के प्राचार्य, चीफ प्रॉक्टर सहित उप जिलाधिकारी सदर, नायाब तहसील, जिला आपदा विशेषज्ञ एवं मुख्य अग्निशमन अधिकारी, उप नियंत्रक सिविल डिफेन्स, सहायक उप नियन्त्रक सिविल डिफेन्स, उप मुख्य चिकित्साधिकारी, पूर्ति निरीक्षक, जिला पूर्ति अधिकारी, फायर आफिसर, NDRF के डिप्टी कमांडेंट सहित 03 अधिकारी व उनके टीम के 24 जवान, फायर विभाग के 15 जवान, सहित प्रमुख विभागों के अधिकारी/कर्मचारी आदि उपस्थित रहे।
जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण, एटा।
इस पूर्वाभ्यास का मुख्य उद्देश्य भूकंप जैसी आपदा के समय बेहतर प्रबंधन और आपसी समन्वय से अधिक से अधिक मानव जीवन की रक्षा और राहत व बचाव कार्यों के त्वरित निष्पादन का आकलन कर इन्हें और बेहतर करना है।
जिलाधिकारी, एटा
मॉक ड्रिल के माध्यम से विभिन्न विभागों की आपदा के समय त्वरित कार्यवाही की क्षमता को समझा जाता है। इस कार्यक्रम के आयोजन के पश्चात विभिन्न विभागों के साथ राहत व बचाव योजना को और बेहतर बनाने पर सभी के सुझाव लिए जाएंगे।
सत्य प्रकाश, अपर जिलाधिकारी, प्रशासन