सीधी जिले की खाकी वर्दी ने बनाया दलालों का अड्डा, विजुअल बनाने से पत्रकारों को रोका
🔻सीधी से बड़ी न्यूज़
सीधी जिले के जमोडी थाना अंतर्गत इन दिनों दलालों की चांदी है और फरियादी बेहाल हैं। फरियादियों को अपनी बात कहने के लिए दलालों के पास से होकर गुजरना पड़ता है। शासन के फरमान के बाद भी पुलिस और फरियादियों के बीच का रिश्ता नहीं सुधर रहा है।इसके कारण फरियादी पुलिस के पास जाने से कतराते हैं और इसका बेजा फायदा थाने में सक्रिय दलाल उठाते हैं। यह फरियादियों का काम कराने के एवज में मोटी रकम वसूलते हैं और उसमें साहब भी खुश और दलाल भी मालामाल हो रहे हैं। थाने में कुछ दलाल अपनी गहरी पैठ बना बैठे हैं। थानाध्यक्ष कोई भी रहे, उनके संबंध हमेशा से ही मधुर रहते हैं। क्यों कि दलाल साहब को एक मोटी रकम दिलाते हैं, जिसका प्रतिफल उन्हें भी मिल ही जाता है। आपको बता दें कि जमोडी थाना प्रभारी के दबंगई देखने को मिली जब संपादक दीपक गुप्ता ने खुद विजुअल बना रहे थे तो उनके मोबाइल छीन ली गई जब उन्होंने बॉम्बे हाई कोर्ट 20,20 नियम बताया और एसपी साहब से सीधे शिकायत की गई, जिसमें आपको बता दें कुछ दलाल पत्रकार भी वहां पर मौजूद थे उन्होंने मेरी गाड़ी के पास आते हैं और बताते हैं कि बिना थाना प्रभारी के सूचना के आप विजुअल नहीं बना सकते थाना के, जब उनसे मैं नियम और कानून की बात किया तो उन्होंने अपनी दबंगई से पेश आने लगे इससे स्पष्ट होता है कि थाना प्रभारी दलालों का अड्डा अपने थाना में बने हुए हैं कोई भी अगर पत्रकार आए तो उन्हें अंडे हाथ लेना आपका काम है। जो की 9 तारीख के सीसीटीवी कैमरे में कैद है। सूत्रों की जानकारी के मुताबिक अगर कोई भी फिट करने जाता है तो पहले दलाल से मुलाकात करता है इसके बाद ही थाना प्रभारी के बाद फिर कर पता है उन्होंने ऐसा दलाल पाला है कि उनकी जब एकदम मोटी रकम से भर जाती है। उनके दबंग गई तो यहां तक है जब चाहे जिसको उठा ले जब चाहे जिसको थाने में लाकर बंद कर दें आखिर किसकी मेहरबानी इस थाने में चल रही है अभी यह तक स्पष्ट नहीं हो पाया है।