
एटा, । प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना का लाभ लेने वाले जिले के 34 हजार से अधिक किसानों को अपात्रता की श्रेणी में शामिल किया गया है। अब इन किसानों को योजना का लाभ नहीं दिया जाएगा। अलीगंज तहसील क्षेत्र में अपात्र लाभार्थियों की संख्या सबसे अधिक है। वहीं जलेसर तहसील क्षेत्र में सबसे कम अपात्र लाभार्थी पाए गए हैं।
अलीगंज तहसील क्षेत्र के 81094 किसान पीएम किसान सम्मान निधि योजना का लाभ ले रहे हैं। इनमें से 20425 किसान अपात्र पाए गए हैं। इसी प्रकार तहसील सदर क्षेत्र के 149756 किसानों में से 11092 किसान अपात्र मिले हैं। जलेसर तहसील क्षेत्र में 55864 लाभार्थी किसानों में से 2667 किसान अपात्र हैं। तीनों तहसीलों के मिलाकर जिले में दो लाख 86 हजार 714 किसान हैं। इनमें से 34184 किसान अपात्र पाए गए हैं। सत्यापन कार्य में अपात्र पाए गए सभी किसानों की आगामी किस्तें रोक दी गई हैं।
ऐसे किसानों को किया गया अपात्र
वरिष्ठ प्राविधिक सहायक एवं पीएम किसान सम्मान योजना प्रभारी सुमित कुमार ने बताया कि तहसीलों के माध्यम से हुए सत्यापन कार्य में जिले के अंदर 34 हजार 184 किसान अपात्र पाए गए हैं। सत्यापन में कार्य में ऐसे किसानों को अपात्र किया गया है, जो आयकरदाता हैं। भूमिहीन है, पति-पत्नी दोनों ही योजना का लाभ ले रहे हैं अथवा जिन्हे पेंशन मिल रही है। सरकारी नौकरी कर रहे हैं, बाहरी जिलों के हैं या फिर जिले के निवासी होने के बाद भी बाहर रह रहे हैं। तहसीलों के सत्यापन में अपात्र पाए गए लाभार्थियों की एक बार पुन जांच कराई जाएगी। उसके बाद फायनल डाटा को केंद्र सरकार की वेबसाइट से रिमूव कर दिया जाएगा। उसके बाद अपात्रों के खाते में आगामी किस्तें नहीं आएंगी।