केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने बायोगैस प्लांट का किया निरीक्षण

ऑर्गेनिक और मेनयोर का उपयोग करने से फसल की उत्पादकता बढ़ती है और मिट्टी की सेहत भी अच्छी बनी रहती है
वाराणसी। अराजीलाइन विकासखंड क्षेत्र के शाहंशाहपुर स्थित गोवर्धन स्कीम के तहत निर्मित बायो गोबर गैस प्लांट में रविवार को शाम लगभग 6 बजे केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण तथा रसायन एवं उर्वरक मंत्री डा.मनसुख मांडविया ने प्लांट परिसर का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि समय के साथ बदलना बहुत जरूरी होता है। आज बायोगैस प्लांट से गैस भी उत्पन्न होता है और सलरी से मेन्योर भी बनता है जो खेती के कार्य के लिए बहुत उपयोगी है।
उन्होंने कहा कि रसायन और उर्वरक के उपयोग से फसल उत्पादन में स्थिरता आ चुकी है। इसके प्रयोग से मिट्टी की सेहत भी बिगड़ती है।ऐसी स्थिति में ऑर्गेनिक और मेनयोर का उपयोग करने से फसल की उत्पादकता बढ़ती है और मिट्टी की सेहत भी अच्छी बनी रहती है। इस बायोगैस प्लांट की सहायता से किसान अपनी उत्पादकता बढ़ा सकते हैं। बायोगैस प्लांट से रूरल इकोनामी विकसित हो सकता है।साथ ही साथ ऐसे प्रोजेक्ट से ईंधन के मामले में जो हमारी आयात निर्भरता है, वह भी खत्म होगी। इसी अच्छी सोच के साथ गोवर्धन प्रोजेक्ट सारे देश में चलाई जा रही है।इस प्रोजेक्ट से ऐसा मॉडल निकलेगा जो कृषि के क्षेत्र को भी मदद करेगा और सतत विकास वाला होगा। केंद्रीय मंत्री ने भ्रमण के दौरान अंत में प्लांट परिसर में पौधारोपण भी किया।
इस दौरान प्रदेश के आयुष मंत्री दयाशंकर मिश्र ‘दयालु’, जिलाधिकारी एस. राजलिंगम, मुख्य विकास अधिकारी हिमांशु नागपाल, उप जिलाधिकारी राजातालाब शैलेंद्र कुमार मिश्रा, प्लांट हेड संजय रंजन दास, अडानी सीएसआर मैनेजर विकास सिंह सहित अन्य लोग उपस्थित रहे।