मॉर्गन स्टेनली रिसर्च में दावा- 2013 की तुलना में भारत अब काफी अलग, 10 बड़े बदलावों से तस्वीर बदली, सप्लाई साइड पर काम व रियल एस्टेट एक्ट, FDI पर भी फोकस, की-ड्राइवर के रूप में उभरेगा

भारत में 2014 के बाद से अब तक कई क्षेत्रों में महत्वपूर्ण ट्रांसफॉर्मेशन देखने को मिला है। ये आगे एशियाई और ग्लोबल ग्रोथ के लिए एक की-ड्राइवर यानी प्रमुख चालक के रूप में उभरेगा। यह बात हाल ही में आई मॉर्गन स्टेनली की रिसर्च रिपोर्ट में कही गई है। रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि आज का भारत 2013 के पहले की तुलना में बहुत अलग है।
मॉर्गन स्टेनली के इंडिया इक्विटी स्ट्रैटेजिस्ट रिधम देसाई ने इस रिपोर्ट में लिखा है कि 10 साल की छोटी सी अवधि में भारत ने मैक्रो और मार्केट आउटलुक के लिए महत्वपूर्ण पॉजिटिव परिणामों के साथ विश्व व्यवस्था यानी वर्ल्ड ऑर्डर में एक अच्छी पोजीशन हासिल की है। रिपोर्ट में भारत में 2014 से हुए 10 बड़े बदलावों का भी जिक्र किया गया है।
मॉर्गन स्टेनली ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि आज भारत एशिया के विकास में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि आने वाले समय में भारत के कॉर्पोरेट मुनाफे में जबरदस्त उछाल आएगा और शेयरों की री-रेटिंग होगी। रीरेटिंग का मतलब है कि निवेशक भविष्य में ज्यादा कमाई की उम्मीद करते हुए शेयरों के लिए ज्यादा कीमत चुकाने को तैयार हैं।
रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत को बीते दशक में हुए ट्रांसफॉर्मेशन का फायदा मिलेगा। वहीं इमर्जिंग मार्केट के लिए भारत का बीटा 0.6 तक गिर गया है। बीटा का इस्तेमाल अस्थिरता का पता लगाने के लिए किया जाता है। कम बीटा यानी कम अस्थिरता। मॉर्गन स्टैनली ने ये कहा कि GDP में मुनाफे का हिस्सा अपने मौजूदा मूल्य से और अधिक या दोगुना होना तय है। मॉर्गन स्टेनली को उम्मीद है कि सप्लाई साइड पॉलिसी में सरकार ने जो रिफॉर्म किया है, उसकी वजह से इन्वेस्टमेंट बढ़ेगा।