विप्र सेवा संघ द्बारा निकाली गईं परशुराम भगवान की भव्य शोभा यात्रा।

अक्षय तृतीया के दिन विप्र सेवा संघ द्बारा लगातार 7 वे वर्ष परशुराम भगवान की भव्य शोभा यात्रा का आयोजन विवेकानंद पार्क में किया।
101 वैदिक पंडितों द्बारा किया गया शंखनाद
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि श्री राजेंद्र शुक्ला ज़ी पूर्व मंत्री और रीवा विधायक रहे शोभा यात्रा का प्रांरभ भगवान परशुराम के पूजन और स्वस्तिवाचन से किया गया तत्पश्चात 101 वैदिक पंडितों द्बारा शंखनाद किया गया।
जगह जगह हुआ भव्य स्वागत
शहर के समाजसेवियों द्बारा शोभा यात्रा का स्वागत कालेज चौराहा, शिल्पी प्लाजा, साईं मंदिर, प्रकाश चौराहा में पुष्प वर्षा से किया गया शोभा यात्रा में शामिल लोगो पर भी पुष्प बरसाए गये और मिठाइयां सहित जल पान कराया गया।
ये रही शोभा यात्रा की विशेषता
भव्य शोभा यात्रा में श्रद्धालुओं को पगड़ी बांधे गई, रथ ,संजीव झांकी ,धमाल ,डी जे , सहित सैकड़ों 101 वैदिक पंडितों द्बारा शंखनाद किया गया पैदल और वाहन द्बारा नारी शक्ति भी उत्साह के साथ शामिल हुई।
शिव मंदिर में भव्य शोभा यात्रा का हुआ समापन
भव्य शोभा यात्रा का शुभारंभ विवेकानंद पार्क से हुआ और समापन पीली कोठी स्थित शिव मंदिर में हुआ समापन के बाद श्रद्धालुओं को प्रसाद और जूस वितरण किया गया।
उक्त कार्यक्रम की जानकारी देते हुये विप्र सेवा संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव शुक्ला ने बाताया की भगवान परशुराम ज़ी विष्णु भगवान के छठे अवतार हैं शस्त्र और शास्त्र का अनुपम उदाहरण दिया अन्याय और अत्याचार के खिलाप हथियार उठाया भगवान परशुराम ज़ी अभी तक चिरंजीवी हैं अन्याय के खिलाप लड़ाई लड़ी कर्ण और भीष्म पितामह जैसे महान योद्धाओं कों शस्त्र और शास्त्र की शिक्षा दी
शोभा यात्रा का मार्ग
कार्यक्रम में मुख्य रूप से राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव शुक्ला ,डॉ॰ आरती तिवारी , मंटू दिवेदी ,पुष्पा शर्मा, विनय त्रिपाठी ,प्रशांत शुक्ला ,डॉ॰ सी बी शुक्ला ,डॉ॰ ज्ञान बती अवस्थी ,डॉ॰ के के परौहा ,डॉ॰ अमित त्रिपाठी ,डॉ॰ एस पी तिवारी ,भारती शर्मा , प्रकाश मिश्रा ,धर्मेंद्र मिश्रा ,एड. शिव प्रसाद दिवेदी ,आनंद भूषण पाण्डेय भारती शर्मा ,शकुंतला मिश्रा , उमाकांत तिवारी ,अरुणाचल शुक्ला ,रवि पाण्डेय ,डॉ॰ एस एन तिवारी और सुरेश प्यासी रामायण तिवारी प्रदीप गौतम ,विष्णु शर्मा ,सौरभ तिवारी कवि अमित शुक्ला ,उमेश मिश्रा लखन ,श्री पाल शर्मा डॉ॰ के के शुक्ला डॉ॰ संतोष सोनी सहित बड़ी संख्या में विप्र सेवा संघ के सदस्य व पदाधिकारी शामिल रहे।