महाबली हनुमान का न्यायाधीश अवतार, छिंदवाड़ा में बजरंगबली जी की लगती अदालत

महाबली हनुमान का न्यायाधीश अवतार, छिंदवाड़ा में बजरंगबली जी की लगती अदालत: एप्लीकेशन देकर बताते मनोकामनाएं शादी नहीं होना, ट्रांसफर जैसी समस्याएं व बाधाएं लेकर आते दर्शनार्थी
!!.हर साल आते 50 हजार आवेदन, मंगलवार और शनिवार को होती जनसुनवाई.!!
मध्य प्रदेश में छिंदवाड़ा जिले के हनुमान जी का एक ऐसा मंदिर है जहां बड़ी संख्या में याचक पहुंचते हैं। प्रसिद्ध केसरी नंदन हनुमान मंदिर में हनुमान जी की अदालत लगती है। भक्त अपनी मनोकामना की एप्लिकेशन लिखकर बाल हनुमान को सौंप देते हैं। इसके बाद उस पर हनुमान जी अपने दरबार में सुनवाई करते हैं। मनोकामना पूरी होने पर भक्त यहां नारियल चढ़ाने आते हैं। मंदिर के चारों ओर नारियल बंधे हैं। यहां भक्त कई तरह की समस्याएं लेकर पहुंचते हैं।
दूसरा पूर्व मुखी हनुमान मंदिर
मंदिर के पुजारी ने बताया कि अयोध्या के बाद यह दूसरा पूर्व मुखी हनुमान मंदिर है, जहां भक्तों की अर्जी सुनी जाती है। यहां नीम के पेड़ के नीचे अग्निकुंड में पवन पुत्र हनुमान स्थापित हैं। जिन लोगों का ट्रांसफर नहीं हो रहा है, किसी से जमीन विवाद है या फिर शादी में बाधा उत्पन्न हो रही है, ऐसे भक्तों की समस्याओं का समाधान केसरी नंदन हनुमान करते हैं। लोगों की समस्याओं की जनसुनवाई में बाल हनुमान निदान करते हैं।
हर मंगलवार-शनिवार को जनसुनवाई
पवन पुत्र हनुमान हर मंगलवार और शनिवार को जनसुनवाई करते हैं। एप्लिकेशन में जो भी समस्याएं लिखी होती हैं, वे बिल्कुल गुप्त रखी जाती हैं। मंदिर के पुजारी ने बताया कि यहां सदियों से हनुमानजी लिखित आवेदन लेकर भक्तों के दुख दूर करते आ रहे हैं।
भक्तों को बकायदा मंदिर के द्वार पर हाजिरी रजिस्टर में सबसे पहले जय श्री राम लिखना होता है। इसके बाद आने का समय, नाम, पता और जाने का समय रजिस्टर में दर्ज करना पड़ता है। इसके बाद मंदिर समिति एक आवेदन पत्र देती है। इसमें पीड़ित अपनी शिकायत लिखकर उसे मोड़ता है, फिर सिंदूर से जय श्री राम लिखकर केसरी नंदन को सौंप देता है।
मंदिर के नारियल की दीवार
इस मंदिर में दीवारें नहीं है, बल्कि मंदिर के चारों ओर नारियल की दीवार खड़ी दिखती है। जब भक्तों की मनोकामना पूरी हो जाती है, तो वे यहां आकर हनुमान जी को नारियल अर्पित करते हैं। इस मंदिर में ना जाने कितने भक्तों की मनोकामना पूरी हो चुकी है। भक्तों द्वारा मनोकामना पूरी होने पर जितने भी नारियल अर्पित किए जाते हैं, उसे यहां रस्सी में बांध दिया जाता है। यही वजह है कि मंदिर की दीवारें नारियल की लड़ियों जैसी दिखती है।
हर साल आते है 50 हजार आवेदन
खास बात है कि शहर के चारफाटक में स्थित केसरी नंदन मंदिर में हर साल 50 हजार आवेदन भक्तों के द्वारा लगाए जाते हैं। इन आवेदनों में भक्त विवाह करवाने, नौकरी दिलवाने और मानसिक शांति से लेकर अन्य समस्याओं को हनुमान जी के सामने रखते है। बीते साल यहां पर 50 हजार आवेदन आए थे।

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निशाकांत शर्मा (सहसंपादक)

यह खबर /लेख मेरे ( निशाकांत शर्मा ) द्वारा प्रकाशित किया गया है इस खबर के सम्बंधित किसी भी वाद - विवाद के लिए में खुद जिम्मेदार होंगा

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