गुरु विश्वकरमा जयंती सृजन और रचनात्मकता का प्रतीक है -प्रो राजीव शर्मा
मेरठ-आईआईएमटी इंजिनियरिंग कालेज , मेरठ में विश्वकरमा दिवस धूमधाम से मनाया गया।इस अवसर पर एक विशाल हवन का आयोजन किया जिसमें कॉलेज के ६०० से अधिक अधिकारियों एवं विद्यार्थियों ने आहुतियां दी और विधार्थियों के उज्जवल भविष्य की कामना की। विदुषी सामंत ने विश्वकर्मा पूजा के महत्व पर प्रकाश डाला,चिराग बंसल ने सृजन के महत्व को बताया। सौम्या सिंह ने अपनी बात एक अंग्रेजी अभिव्यक्ति के माध्यम से कही।आयुष ओझा ने रचनात्मक बनने के लिए १० गोल्डन सूत्र बताते हुए कहा कि दूसरों में कमियां ढूंढने की बजाय अपने अंदर मंथन की प्रक्रिया करनी चाहिए। कार्यक्रम का सफल संचालन चिराग मेहरोलया ने किया।
इस अवसर पर संस्थान के प्रबंधक श्री योगेश मोहन गुप्ता ने शिक्षा में नवीन प्रयोग और रिसर्च करने का आवाहन किया। कार्यक्रम को सफल बनाने में मैकेनिकल एचओडी डॉक्टर हरिओम , वरिष्ठ अधिकारियों राजीव शर्मा, बोधिसत्व सील, हेमंत तिवारी, शिवानी अग्रवाल का विशेष योगदान रहा।
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