
साढ़े छह साल की ये बच्ची अब सबसे युवा ऑर्गन डोनर के रूप में पहचानी जाएगी।
27 अप्रैल की इस बच्ची रोली प्रजापति को कुछ लोगों ने सर में गोली मार दी थी जिससे ये ब्रेन डेड स्थिति में एम्स में लायी गयी थी।इसको बचाया नहीं जा सका।
एम्स के वरिष्ठ न्यूरो सर्जन डॉक्टर दीपक गुप्ता के अनुसार बच्ची जल्दी ही कोमा में चली गयी तो उन्होंने बच्ची के पिता हृदयनारायण प्रजापति और माता पूनम देवी से अंगदान के महत्व को समझाते हुए वार्ता की जिसमें माता पिता अंगदान को राजी हो गए,डॉक्टर गुप्ता का कहना है कि 1994 से एम्स में अंगदान शुरू है मगर इतना छोटा डोनर आज तक दिल्ली NCR से नहीं आया।
बच्ची रोली के माता पिता की सहमति के कारण 5 बच्चों को लिवर,किडनी,कार्निया,दिल के वाल्व आदि प्रत्यारोपित किये जा सके।
पिता हृदय नारायण प्रजापति ने संतोष व्यक्त किया कि उनकी बच्ची लोगों के काम आ सकी,वहीं माता पूनम देवी ने दुखी दिल से कहा कि भले मेरे साथ बच्ची नहीं है मगर कई घरों में बच्चों के अंदर है और जीवित है,इतना ही बहुत है। धन्य हैं माता पिता और रोली।