
सीमेंट व्यवसायी संदीप गुप्ता पंचतत्व में विलीन – निशाकांत शर्मा
एटा।संदीप गुप्ता अमर रहे हत्यारों को फांसी दो के नारों से गुंजायमान हुआ पूरा अलीगंज। एटा जनपद ही नही अलीगढ़ से फर्रुखाबाद तक के बाजार शोक में बन्द रहे। प्रमुख सीमेंट व्यवसायी संदीप गुप्ता साड़ी संसार की अलीगढ़ में सरेशाम व्यस्तम बाजार सेंटर पॉइंट में शूटरों द्वारा निर्मम हत्या कर दी गई।उनके पार्थिव शरीर को अलीगंज लाया गया,जहाँ उनके अंतिम दर्शन को जन सैलाव उमड़ पड़ा,उनका शरीर स्थानीय श्मशान घाट में पंचतत्व में विलीन हो गया,उनको मुखांग्नि उनके पुत्र द्वारा दी गई।प्राप्त जानकारी के आधार पर संदीप गुप्ता ने अपने अभिन्न मित्र सुधीर गुप्ता की बिटिया की शादी अलीगढ़ के ट्रांसपोर्टर अंकुश गुप्ता के साथ कराई थी।सुधीर गुप्ता और उनकी पत्नी का स्वर्गवास हो चुका था,तो मित्रता की पूरी जिम्मेदारी निभाते हुए संदीप गुप्ता उनकी बेटियों को एक पिता की भांति सम्बन्ध निभा रहे थे।बड़ी बेटी को प्रताणित कर अंकुश गुप्ता मारपीट करता था,कई बार समझाने पर भी वह अपनी हरकतों से बाज नहीं आया, तब उसके विरुद्ध थाना अलीगज में दहेज प्रथा का मुकद्दमा दर्ज कराया गया।सुनने में आया है, कि इस विवाद में दोनो पक्षों में कुछ फैसला हो गया था,जिसकी मध्यस्ता अलीगढ़ के ही प्रतिष्ठित व्यक्ति पिंक्का ठाकुर ने की थी।कुछ दिन पूर्व पिक्का ठाकुर के भी गोली मारकर हत्या का प्रयास किया गया था,जिसमे वो बालबाल बच गया, उसका इलाज कहीं बड़े हॉस्पिटल में चल रहा है,अब प्रश्न यह उठता है, कि अगर किसी भी बेटी को प्रताणित कर उसे मारा पीटकर घर से निकाल दिया जाएगा तो क्या उसकी मदद करना कोई अपराध है? क्योंकि संदीप गुप्ता ने मित्र के स्वर्गवासी होने पर उनकी बेटी को अपनी पुत्री मानकर उसकी मदद की तो उनकी इस मदद का शिला उनको किराये के शूटरों द्वारा गोलियों से भूनवाकर दिया गया,ये बात गले नहीं उतर रही,तमाम लोगों का मानना है, कि संदीप गुप्ता ने थोड़ी सी ही उम्र में सीमेंट व्यवसाय में जो ख्याति अर्जित की थी,वह उनके नजदीकियों को रास नही आ रही थी,दूसरी तरफ उनका मृदुलभाषी होना, लोगों से बहुत जल्दी मित्रवत हिलमिल जाना,और लोगों पर अंधभक्त की तरह विश्वास कर लेना उनके खून में था,इस कारण वो अपने खास लोगों को व्यवसाइक अधिकारियों से भी मिलवा देते थे।चूंकि अंकुश गुप्ता भी बहुत बड़ा व्यवसाई, ट्रांसपोर्टर है, तो सम्भव है, कि संदीप गुप्ता ने उसे भी सीमेंट व्यवसाय के अधिकारियों से मिलवा दिया हो,और उसने भी सीमेंट व्यवसाय की बारीकियों को समझ लिया हो,इस कारण वह संदीप गुप्ता को रास्ते से हटाने की जुगत में लग गया हो, क्योंकि अलीगंज की बेटी का मामला तो सिर्फ एक बहाना है, अंकुश गुप्ता का पूरा निशाना संदीप गुप्ता के व्यवसाय पर था,जिसके तहत ही इतनी बड़ी घटना को भाड़े के हत्यारों द्वारा अंजाम दिया गया। अलीगढ़ के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कलानिधि नैथानी ने संदीप गुप्ता हत्या कांड की तह तक पहुंचने का दावा करते हुए, कहा हमने घटना में प्रयुक्त बलेनो कार के साथ उस कार के आगे चल रही अंकुश गुप्ता की कार को भी बरामद कर लिया है, साथ ही सीसीटीवी कैमरों की फुटेज,और सर्विलांस की मदद से जल्द ही संदीप गुप्ता की हत्या करने बालो का खुलासा कर लिया जाएगा और अपराधी पुलिस की गिरफ्त में होगे ।इधर अलीगंज नगर में संदीप गुप्ता की हत्या किए जाने पर भारी रोष व्याप्त है, आज भी पूरा अलीगज मार्किट उनके शोक में बन्द रखा गया है, व्यापारियों और नगर की जनता द्वारा लगातार मांग की जा रही है, कि संदीप गुप्ता के हत्यारों को पकड़कर फांसी दो।संदीप गुप्ता के परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है,पूरे घर मे दहशत व्याप्त है।
 
							
 
			 
			 
			 
			