स्मार्ट मीटर स्मार्ट नहीं जी का जंजाल है विदिशा जिला सभी तहसीलों में चल रहा पुरजोर विरोध, नटेरन एसडीएम को सोपा ज्ञापन,
विदिशा हाकम सिंह रघुवंशी
गुलाबगंज में 3 दिन के भूख हड़ताल के बाद आज नटेरन में ढापले बजवाकर जंगी प्रदर्शन

नटेरन:–. नटेरन में बिजली व्यवस्था को स्मार्ट बनाने के उद्देश्य से सभी घरों में स्मार्ट मीटर लगाए जा रहे है लेकिन यही स्मार्ट मीटर अब धीरे धीरे विद्युत विभाग के लिए जी का जंजाल बनकर मुशीवत खड़ी कर रहा ही
लेकिन नटेरन के लोगों के बीच इसका विरोध बढ़ता जा रहा है. “स्मार्ट मीटर” का नाम सुनते ही लोग भड़क जाते हैं. लोग कहते हैं, “अपना स्मार्ट अपने घर रखिए, हमें तो पुराना वाला मीटर ही पसंद है.”
नटेरन के पप्पू प्रजापति ने बताया की पूरी कमाई, बिजली बिल में चली जाती है
बिजली से संबंधित काम करने वाले छोटे व्यवसायी, और हम जैसे मजदूरी करने वाले लोगो कि स्मार्ट मीटर ने उनकी कमाई पर बुरा असर डाला है. वह बताते हैं, “पहले मेरा काम ठीक-ठाक चल रहा था, लेकिन अब महीने में भर में ही 1100 से 1500 रुपये सिर्फ स्मार्ट मीटर के बिल में लग जाते हैं. जो कमाई होती है, वह सब मीटर के बिल में चली जाती है.” लखन सिंह भी इस समस्या को उजागर करते हुए कहते हैं, “अगर आधी रात में रिचार्ज खत्म हो जाएगा तो बिजली काट जाएगी और रात के समय में कोई सुनने वाला नहीं रहेगा”
नटेरन के ग्रामीणों ने आरोप लगाया की अब वह अपने बिल की समस्या के लिए ऑफिस के चक्कर लगा रहे हैं, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही.
नटेरन की महिलाओं ने बताया कि पहले हमारे 200 से ₹400 बिजली के बिल आते थे वही अब हम कई महिलाओं में ऐसे भी बिल आए हैं जो कि 15000 से ₹20000 तक के बिल आए हैं आखिर हम मजदूरी और रोज का जीवन यापन करने वाले लोग इतना भरी भरकम बिल कैसे जमा करे नटेरन के लोगो का कहना है की स्मार्ट मीटर में कहीं ना कहीं बहुत बड़ी खामी है जो कि हम जैसे गरीब और मजदूर वर्ग के लिए स्मार्ट मीटर किसी बड़ी मुसीबत से काम नहीं है हम पुरजोर इन स्मार्ट मीटर का विरोध करते हैं और आगे भी सतत हम गरीब मजदूर वर्ग की महिलाओं द्वारा स्मार्ट मीटर का विरोध जारी रहेगा हम सभी लोगो की मांग है हमारे घरों में पुराने मीटर ही लगाए जाए।
