
मिर्जापुर: उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर जिले के थाना अदलहाट अंतर्गत अचीतपुर गांव में बजरंगी लाल चौरसिया (पुत्र छेदीलाल) ने कुछ भू-माफियाओं पर अपनी पैतृक जमीन हड़पने की नीयत से कब्जा नहीं करने का गंभीर आरोप लगाया है. पीड़ित का कहना है कि फर्जी बैनामे के आधार पर उनकी भूमि पर अवैध कब्जा किया जा रहा है और उनके रास्ते को भी बाधित कर दिया गया है.
बजरंगी लाल चौरसिया ने आपबीती सुनाते हुए बताया कि भू-माफिया, प्लाटर्स के साथ मिलकर, उनकी आवासीय और सहनीय भूमि को हड़पने की कोशिश कर रहे हैं. उन्होंने इस संबंध में तहसील दिवस पर भी प्रार्थना पत्र दिया था, लेकिन अब तक उनकी समस्या का कोई समाधान नहीं हुआ. पीड़ित का आरोप है कि राजस्व कर्मियों की लापरवाही और हीला-हवाली के कारण इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है.
पैतृक भूमि पर अवैध कब्जे का प्रयास
पीड़ित के अनुसार, वह आराजी नंबर 328 ख (0.088 हेक्टेयर), 328 घ (0.038 हेक्टेयर), और 327 (0.051 हेक्टेयर) – कुल लगभग 0.177 हेक्टेयर (लगभग 14 बिस्वा) संक्रमणीय भूमिधर के रूप में काबिज हैं. यह भूमि उनके पूर्वजों से प्राप्त हुई है और वे वर्षों से इस पर आवासीय और सहनीय रूप से रह रहे हैं. उन्होंने बताया कि भू-माफियाओं की नीयत खराब होने के बाद उन्होंने उनकी ही आराजी वाली जमीन पर कब्जा करना शुरू कर दिया है, और विरोध करने पर उन्हें जान से मारने और पीटने की धमकी दी जाती है.
न्याय के लिए दर-दर भटके पीड़ित
मीडिया टीम द्वारा पूछे जाने पर कि उन्होंने कहां-कहां न्याय की गुहार लगाई है, बजरंगी लाल चौरसिया ने बताया कि उन्होंने थाने से लेकर उपजिलाधिकारी कार्यालय तक कई बार प्रार्थना पत्र दिए हैं, लेकिन भू-माफियाओं के रसूख के आगे किसी की नहीं चल रही है.
हताश और निराश पीड़ित ने अब उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री से न्याय की गुहार लगाई है. उन्होंने इस पूरे प्रकरण में उच्च स्तरीय जांच कराए जाने और दोषी भू-माफियाओं के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की मांग की है, ताकि उन्हें अपनी पैतृक भूमि पर पुनः अधिकार मिल सके और वे सुरक्षित रह सकें.