कहीं तबादले की गाज, तो कहीं काबिलियत का परचम!

मिर्ज़ापुर में पुलिस की बदलती तस्वीर: कहीं तबादले की गाज, तो कहीं काबिलियत का परचम

मिर्ज़ापुर:
हाल ही में मिर्ज़ापुर में कई थानेदारों पर तबादले की गाज गिरी, लेकिन इसी बीच कुछ ऐसे भी अधिकारी हैं जिन्होंने अपनी काबिलियत, क्षेत्र में शांति व्यवस्था बनाए रखने और कानून के राज को स्थापित करने में सफल रहते हुए अपनी कुर्सी बचा ली है। दिलचस्प बात यह है कि जिन अधिकारियों ने अपने थाना क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य किया है, उन्हें उनके सकारात्मक प्रदर्शन के चलते अन्य स्थानों पर स्थानांतरित भी किया जा सकता है। यह स्थानांतरण उनके लिए एक तरह से पुरस्कार स्वरूप होगा।

अदलहाट थाना: अमित कुमार मिश्रा की लोकप्रियता का राज

हमारी पड़ताल में सबसे पहले थाना अदलहाट की समीक्षा की गई। यहाँ के थानेदार अमित कुमार मिश्रा एक लोकप्रिय चेहरे के रूप में स्थापित हो चुके हैं। क्षेत्र में कानून व्यवस्था के राज को कायम करने में उनकी अहम भूमिका स्पष्ट रूप से देखी जा रही है। अदलहाट थाना अंतर्गत आने वाली सभी पुलिस चौकियों के चौकी इंचार्ज की भूमिका भी अत्यंत सराहनीय पाई गई। श्री अमित कुमार मिश्रा की पूरी टीम, जिसमें थाने से लेकर पुलिस चौकी के सिपाही तक शामिल हैं, की भूमिका को अति सराहनीय बताया गया।
उदाहरण के तौर पर, नारायनपुर पुलिस चौकी के चौकी इंचार्ज अजय कुमार मिश्रा की भूमिका तो क्षेत्र में एक मसीहा के रूप में देखी जा रही है। ऐसे में यह सवाल उठता है कि सर्वोच्च अधिकारियों की निगाहों में ये सक्षम थानेदार और चौकी प्रभारी कब तक अपनी कुर्सी पर टिके रह पाएंगे? या फिर फीडबैक दिखाने के चक्कर में कहीं इन्हें भी निशाना तो नहीं बनाया जाएगा?

मिर्ज़ापुर पुलिस कप्तान: एक जनप्रिय नेतृत्व

अगर हम मिर्ज़ापुर के वर्तमान पुलिस कप्तान की बात करें, तो यह पाया गया है कि जिले में एक सक्षम पुलिस कप्तान का आगमन हुआ है। उनके निर्णय और कार्यशैली जनता के बीच भी लोकप्रियता अर्जित कर रही है। यह एक सकारात्मक संकेत है जो जिले में कानून व्यवस्था की बेहतर उम्मीद जगाता है।
चुनार और अहरौरा में भी दिखी सकारात्मकता
हमारी मीडिया टीम ने चुनार थाना क्षेत्र में भी जांच की, जहाँ शांति व्यवस्था और थानेदार की कार्यशैली की सराहना की गई। थानाध्यक्ष रवींद्र भूषण मौर्य के नेतृत्व में चुनार थाना पुलिस और उसके अंतर्गत आने वाली पुलिस चौकियों की कार्यशैली भी संतोषजनक पाई गई।
वहीं, थाना अहरौरा के अंतर्गत कानून के राज पर हुई चर्चा में स्थानीय लोगों ने थाना प्रभारी की सराहना की। उन्होंने बताया कि जब से ये थाना प्रभारी यहाँ आए हैं, तब से आम जनता की आवाज़ सुनी जाती है। हालांकि, कुछ लोगों ने थाना प्रभारी मनोज सेठ की कार्यशैली को “कुछ ठीक” बताया, अभी और पड़ताल जारी हैं।
दिलचस्प बात यह है कि थाना अदलहाट के प्रभारी अमित कुमार मिश्रा की चर्चा चुनार, अहरौरा, जमालपुर आदि क्षेत्रों में भी सुनी गई, जहाँ लोग उनकी कार्यशैली की सराहना करते पाए गए।
आगे की पड़ताल
थाना जमालपुर क्षेत्र की बात करें तो वहाँ के थाना प्रभारी का स्थानांतरण हो चुका है। जब क्षेत्र की जनता से पूछा गया, तो उन्होंने कहा कि “सब ठीक ही चल रहा है”।
हमारी मीडिया टीम ने अब अपनी जांच-पड़ताल की अगली रणनीति बना ली है। बीएमएफ की टीम, जिसमें मिथलेश कुमार मौर्य (राष्ट्रीय डिप्टी चेयरमैन), मदन मोहन पाठक (संयुक्त केंद्रीय अध्यक्ष मैनेजमेंट), कमलेश कुमार पाठक (प्रमुख सचिव मैनेजमेंट) और सुरेश पटेल (विंध्याचल मंडल अध्यक्ष) शामिल हैं, अब टीम मिर्ज़ापुर शहर की ओर अन्य थाना क्षेत्रों में भ्रमण के लिए निकल चुकी है। यह देखना दिलचस्प होगा कि उनकी आगे की पड़ताल में और क्या नए तथ्य सामने आते हैं।

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निशाकांत शर्मा (सहसंपादक)

यह खबर /लेख मेरे ( निशाकांत शर्मा ) द्वारा प्रकाशित किया गया है इस खबर के सम्बंधित किसी भी वाद - विवाद के लिए में खुद जिम्मेदार होंगा

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