रामेश्वर रेस्टोरेंट और होटल अय्याशी का हव्व


एटा-शहर में अय्याशी का हव्व रामेश्वर रेस्टोरेंट और होटल एक चर्चित कांड में सुर्खियां में आए तथा कथित प्रेस इलेक्ट्रॉनिक मीडिया सरगना के संरक्षण में अवैध कारोबार चल रहा है, आपको बताते चले विशेष समुदाय के लोन्डो रामेश्वर रेस्टोरेंट एवं होटल में रंग रंगीली खुलेआम मनाने की एफआईआर दर्ज हुई और प्रशासन ने सील कर दिया था, इधर इलेक्ट्रॉनिक मीडिया सरगना भी कम नहीं पड़े इन्होंने नाबालिक लड़कियों का नग्न वीडियो होटल में सूट कर लिए थे, और नाबालिक लड़कियों को ब्लेक मेल कर वेवस विडो मां
से मकान वीडियो वायरल के ऐवज में तहसील सदर लेजाकर रजिस्ट्री कर ली थी,जब शहर में रजिस्ट्री चर्चा हुई तो लड़की के जाती के लोग उग्र हो उठें तो शासन में डिप्टी ने कार्यवाही करा दी, आखिरकार जिले में सबसे भ्रष्ट उपनिरीक्षक को विवेचना मिली जिसने इलेक्ट्रॉनिक मीडिया सरगना से मोटी रकम लेकर रिलीफ़ दे दिया था, आपको बताते चले उपनिरीक्षक पर एक नाबालिग लड़की को प्रेमी से बरामद करा कर लड़की के साथ शारीरिक संबंध बनाने की बात कोर्ट में व्यान में कहीं थी, उपनिरीक्षक ने अपनी नौकरी बचाने के लिए खाकी वर्दी का दुर्पयोग करते हुए, लड़की के पिता को कानून दाव पेंच में फंसा कर जेल भेज दिया और लड़की और उसकी मां पर दवाब बनाया और वकील से केस वापस लेने को मुंह मांगा ईनाम की पेशकश रख दी, वकील महोदय जब नहीं माने तो महिला को मोटी रकम देकर दूसरे वकील से वकालतनामा लगवा कर मामला शांत कर ली था,
क्या न्याय मिला नाबालिक लड़कियों को
संत सरकार चाहे जितने भी डोल पीट ले कानून व्यवस्था को मजबूत करने के बावत चंद सिक्के की खनक में खाकी मुजरा करते नजर आ रही है,जब खाकी ही लड़कियों में चरम सुख खोजेगी तो माफियाओं का संरक्षक तो खुलेआम खाकी करेगी, खाकी की शान सीताराम दुवे जैसे उपनिरीक्षक की आवश्यकता आज संत सरकार को है, आज के खाकी अंदर खाने प्रेस इलेक्ट्रॉनिक मीडिया सरगना को अपना माई वाप बनाए बैठे हैं, जिसका जीता जागता उदाहरण पुलिस मुखिया जब उनको दलाल बनाकर जनपद में छोड़ रखे हैं, प्रेस इलेक्ट्रॉनिक मीडिया सरगना के कहने पर पुलिस मुखिया ने रामेश्वर रेस्टोरेंट एवं होटल की मनगढ़ंत कहानी पर आधारित मोटी रकम लेकर प्रथम सूचना रिपोर्ट कोतवाली नगर में अ0प0स0218 6-05-2025 को दर्ज करा दी है, इतने पुलिस के शख्त तेवर के बाद किसी सुदामावंसी की कभी औकात नहीं की भीख के अलावा कुछ मांग सकें, लेकर कलयुग के न्यायाधीश वने इलेक्ट्रॉनिक मीडिया सरगना ने रंगदारी मांगने की का मामला वना दिया है,
आखिर कब सुधरेंगे पुलिस मुखिया कब बनाएंगे प्रेस इलेक्ट्रॉनिक मीडिया सरगना से दूरी
पुलिस का डंडा जब चलता है तो अच्छा अच्छा तोता भी पटापट बोलता है, जहां समूचे प्रदेश की बात करें तो एक मछली पूरे तालाब को गन्दा कर देती है, वैसे ही मीडिया सरगना भी पूरे महकमे को बदनाम करने का कार्य जोरों पर चल रहा है, जिले में आए लम्बा समय पुलिस मुखिया को हो चला लेकिन अभी तक चोर चोरी से चला जाता है, हेराफेरी से नहीं जाता वाली कहावत पर कार्यप्रणाली शुरू नहीं कर पा रहे हैं, मैं कभी किसी का विरोध नही करना चाहता हूं, जोर जुल्म की टक्कर पर संघर्ष हमारा नारा है,

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निशाकांत शर्मा (सहसंपादक)

यह खबर /लेख मेरे ( निशाकांत शर्मा ) द्वारा प्रकाशित किया गया है इस खबर के सम्बंधित किसी भी वाद - विवाद के लिए में खुद जिम्मेदार होंगा

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