
सहारनपुर
जिले की शिक्षा के क्षेत्र में महत्वपूर्ण जिम्मेदारी सरकार ने बेसिक शिक्षा विभाग को सौंपी हुई है,जिसमें गरीब दुर्बल वर्ग के सैकड़ों बच्चों को शिक्षा दिलवाना एवं शिक्षा के लिए बच्चों एवं उनके अभिभावकों को प्रेरित करना साथ ही उन बच्चों के अभिभावकों से सीधे संपर्क बनाए रखना भी बेसिक शिक्षा विभाग की महत्वपूर्ण भूमिका होती है,बच्चों की शिक्षा दीक्षा से संबंधित फोन पर या फिर अपने कार्यालय पर उपस्थित रहकर अभिभावकों की जन समस्याओं को सुनना तथा उनका निवारण करना भी बेसिक शिक्षा विभाग की अहम जिम्मेदारी में आता है, इसीलिए सरकार ने सभी सरकारी अधिकारियों को सीयूजी नंबर भी मुहैया कराया हुआ है ताकि पीड़ित लोग अपनी पीड़ा अधिकारियों को सुना सके. लेकिन बहुत से अधिकारियों ने सरकारी सीयूजी नंबर नहीं उठाने का अपनी आदत में शुमार कर लिया है । इनमें सबसे पहला नाम बेसिक शिक्षा अधिकारी का आता है जिन्होंने फोन ना उठाने का प्रण लिया हुआ है, यही नहीं बल्कि बेसिक शिक्षा अधिकारी के द्वारा पत्रकारों के भी फोन नहीं उठाए जाते हैं. जबकी सरकार द्वारा इन अधिकारियों को फ्री नम्बर दिया गया है। इस सीयूजी नम्बर पर न ही तो अधिकारियों को अपने पास से रिचार्ज करवाना होता है और न ही अपने पास से आउटगोइंग एवं इनकमिंग के लिए रिचार्ज करवाना होता है। इसके बावजूद भी बेसिक शिक्षा अधिकारी अपना फोन नहीं उठाने और दोबारा काल करने से भी कतराते हैं। अब सवाल यह पैदा होता है कि आखिर ये किस तरीके से समाज एवं जनता के हितार्थ में अपनी सेवायें दे सकेंगे. लाख प्रयास करते रहो लेकिन बेसिक शिक्षा अधिकारी फोन नहीं उठाते हैं. जिलाधिकारी एवं मंडलायुक्त को इस और भी ध्यान देना चाहिए ।