लखीमपुर खीरी के थाना मझगई का मामला आया सामने पत्रकार असगर अली पुत्र स्वर्गीय सोनू निवासी गूलरा टांडा जो पिछले कई दिनों पहले एक खबर प्रकाशित किया था जिसमें गूलर टांडा के प्रधान बाबू द्वारा आवास को लेकर था जिसमें पत्रकार असगर अली ने दर्शाया था कि प्रधान द्वारा अपात्र लोगों को आवास मुहैया करवाया गया था जिसको लेकर प्रधान उनके भाई पत्रकार के ऊपर जानलेवा हमला किया जिससे घबराए पत्रकार ने थाने में तहरीर दी जिस पर कोई कार्रवाई ना होते हुए देखकर एसपी महोदय लखीमपुर खीरी के यहां भी अपने व अपने परिवार की सुरक्षा की गुहार लगाई लेकिन उसके बाद भी पीड़ित पत्रकार को इंसाफ नहीं मिल रहा है अगर लोकतंत्र के चौथा स्तंभ कहे जाने वाले मीडिया कर्मियों के साथ ऐसा हो रहा है तो आम जनता का क्या हाल होगा आज पीड़ित पत्रकार दबंग प्रधान व उनके भाइयों से छुपते छुपाते बाहर निकलता है और हमेशा डर के साए में जीवन गुजर रहा है क्या यही है भय मुक्त डर मुक्त प्रदेश सुबे के मुखिया माननीय योगी आदित्यनाथ जी उत्तर प्रदेश से अपराध का सफाया करने का काम कर रहे हैं वहीं जमीनी स्तर पर एक पत्रकार सेफ नहीं है उसकी गलती केवल इतना है कि उसने अपात्र लोगों को आवास देने का मामला उजागर किया था पीड़ित पत्रकार को न्याय मिलता है या नहीं गर्भ ग्रह में है