डीएम ने किया निरीक्षण, देखी प्रगति
लखीमपुर खीरी 08 जनवरी। खीरी में डीएम दुर्गा शक्ति नागपाल की अनूठी पहल “मिशन मैदान” अब जमीन पर आकार लेने लगी है। इस ऑपरेशन के तहत रूफटॉप पर तैयार किए जा रहे निर्माणाधीन इनडोर गेमिंग जोन की प्रगति जानने के उद्देश्य से बुधवार को डीएम दुर्गा शक्ति नागपाल ने सीडीओ अभिषेक कुमार संग नगर क्षेत्र के ईदगाह और काशीराम कॉलोनी में संचालित परिषदीय विद्यालय में निर्माणाधीन इनडोर गेमिंग जोन की प्रगति जानी और संबंधित को जरूरी दिशा निर्देश दिए
डीएम ने सीडीओ संग क्रमशः परिषदीय विद्यालय ईदगाह और काशीराम कॉलोनी पहुंची, जहां उन्होंने विद्यालय की छत पर तैयार हो रहे इंडोर गेमिंग जोन की प्रगति जानी और उनके निर्माण के संबंध में जरूरी दिशा निर्देश दिए। गेमिंग जोन निर्माण में सुरक्षा मानकों को शत प्रतिशत सुनिश्चित कराया जाए। उन्होंने गेमिंग जोन में फ्लोर मैट, गेमिंग जोन की बाहरी व आंतरिक दीवारों पर खेल से संबंधित चित्रण आदि के संबंध में जरूरी दिशा निर्देश दिए। गेमिंग जोन में उपलब्ध कराई जाने खेल सामग्री और गतिविधियों के संबंध में भी चर्चा की। उन्होंने कहा कि इसे तय समय में गुणवत्ता के साथ पूरा किया जाए
एक हजार परिषदीय विद्यालयों को मिलेगा अपना खेल मैदान
डीएम दुर्गा शक्ति नागपाल की अनूठी पहल मिशन मैदान (MaiDAN—Maintaining and Developing Arenas for NextGen) के तहत प्रथम चरण में जिले के 1000 परिषदीय विद्यालयों को अपना खेल मैदान (गेमिंग जोन) मिलेगा। वृहद स्तर पर स्थान उपलब्धता वाले 205 परिषदीय विद्यालयों में हॉकी, फुटबॉल, क्रिकेट, एथलेटिक्स, खो-खो, कबड्डी, वॉलीबॉल बैडमिंटन के खेल मैदान विकसित किए जाएंगे। 765 विद्यालयों में खो-खो कबड्डी वालीबाल और बैडमिंटन के खेल मैदान विकसित होगे। वही खेल मैदान की अनुपलब्धता वाले 30 विद्यालय चिन्हित किए गए हैं, जहां रूफटॉप इनडोर गेमिंग जोन विकसित किए जाएंगे, इसमें कैरम, चेस, माइंड गेम, सिमेट्री गेम, टेबल टेनिस खेल गतिविधियां होंगी
बताते चलें कि छात्रों के शारीरिक स्वास्थ्य और समग्र विकास को बढ़ावा देने के लिए डीएम दुर्गा शक्ति नागपाल ने 1,000 स्कूलों में उच्च गुणवत्ता वाले आउटडोर खेल के मैदान बनाने की एक अभिनव परियोजना शुरू की है। परियोजना का उद्देश्य वॉलीबॉल, बैडमिंटन और कबड्डी जैसे खेलों के लिए सुरक्षित, टिकाऊ और स्पष्ट रूप से चिह्नित खेल क्षेत्रों का निर्माण करना है। साथ ही सीमित स्थान वाले स्कूलों के लिए रचनात्मक समाधान प्रदान करना है। ऐसे स्कूलों में मजबूत और आधुनिक ढांचे का उपयोग करते हुए, छत पर खेल के मैदान बनाए जा रहे हैं, जो सुरक्षा सुनिश्चित करते हुए जगह का अधिकतम उपयोग करते हैं। इस पहल में स्थानीय संसाधनों के उपयोग और मनरेगा टीमों की भागीदारी के माध्यम से सामुदायिक सहयोग, स्थिरता और विस्तार की संभावनाओं को भी सुनिश्चित किया गया है। ये खेल के मैदान छात्रों में टीमवर्क, अनुशासन और स्वस्थ प्रतिस्पर्धा की भावना को बढ़ावा देंगे, जिससे उनके समग्र विकास और कल्याण में योगदान मिलेगा