जिलाधिकारी की नवीनतम पहल के अन्तर्गत
सुदूर गांवों में एस्ट्रोनॉमी लैब स्थापित कराये जाने के क्रम में
आज तहसील मीरगंज के ग्राम आमौर में एस्ट्रोनॉमी लैब का किया गया लोकार्पण
उक्त लैब में उपलब्ध संयंत्रों के माध्यम से विद्यार्थी अपनी आंखों से ब्रह्माण्ड की गहराइयों को देख सकेंगे-जिलाधिकारी
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने जिलाधिकारी के अभिनव प्रयोग की करी सराहना
बरेली, 04 जनवरी। जिलाधिकारी रविन्द्र कुमार की नवीनतम पहल के अंतर्गत जनपद के सुदूर गांवों में एस्ट्रोनॉमी लैब स्थापित कराए जाने के क्रम में आज विकासखंड फतेहगंज पश्चिमी ग्राम आमौर में क्रिटिकल गैप योजना (आकांक्षात्मक विकास खण्ड प्रोत्साहन) के अन्तर्गत नवनिर्मित एस्ट्रोनॉमी लैब का लोकार्पण जिलाधिकारी ने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अनुराग आर्य के साथ फीता काटकर किया और बच्चों को इस प्रयोगशाला के लिए शुभकामनाएं दीं।
परिषदीय स्कूलों में अध्ययनरत छात्र/छात्राओं का विज्ञान के प्रति रुझान बढ़ाने के उद्देश्य से जनपद में कई खगोल विज्ञान एवं विज्ञान प्रयोगशाला का निर्माण करवाया गया है। उक्त सकारात्मक सोच के साथ विभिन्न ग्रामों में एस्ट्रोनॉमी लैब का निर्माण कराया जा रहा है।
जिलाधिकारी ने बच्चों के साथ लैब के अन्दर विभिन्न यंत्रों एवं उपकरणों को देखा और कहा कि प्रयोगशाला में स्थापित विभिन्न यन्त्रों-उपकरणों के माध्यम से जब विद्यार्थीगण स्वयं अपनी आंखों से ब्रह्माण्ड की गहराइयों में झाँकेंगे और वहाँ स्थापित भौतिक, रसायन एवं जीव विज्ञान से सम्बन्धित विभिन्न यन्त्र, उपकरण, मॉडल आदि के माध्यम से विज्ञान के व्यवाहारिक पहलू को समझेंगे तो उनकी सोच का दायरा बढ़ेगा। इससे उन्हें जीवन में आगे जाकर इन क्षेत्रों में काम करने, रोजगार के अवसर सृजित करने, नवाचार और आविष्कार करने में सहायता मिलेगी।
इस अवसर पर जिलाधिकारी ने प्रयोगशाला में मौजूद हर उपकरण के विषय में बारीकी से जानकारी ली और कहा कि विद्यार्थियों को इस लैब में स्थापित यंत्र, उपकरण व मॉडल से विज्ञान एवं ब्रह्मांड के व्यावहारिक पहलू को समझने का अवसर मिलेगा। निर्देश दिये गये कि इस स्कूल के बच्चों के अलावा आस-पास के स्कूलों के बच्चों को भी प्रयोगशाला दिखाई जाए ताकि वे भी ज्ञान अर्जित कर सकें।
इस अवसर पर संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए गए कि प्रयोगशाला में मौजूद उपकरणों को सुरक्षा की दृष्टि से लैब के समस्त उपकरणों की सूची बनाई गई है जिसका मिलान समय-समय पर करने के निर्देश दिये ताकि लैब के उपकरण सुरक्षित रहें। शिक्षक अपनी देखरेख में सभी बच्चों को प्रयोगशाला में मौजूद उपकरणों की जानकारी दें। कहा कि इसी प्रकार की एस्ट्रोनॉमी लैब जनपद के विभिन्न विकास खण्डों में भी बनाई जा रही है, जिसका कार्य अतिशीघ्र पूर्ण हो जाएगा। विज्ञान तथा गणित के शिक्षकों को इसकी ट्रेनिंग दी जाएगी, जिससे वह भी बच्चों को एस्ट्रोनॉमी लैब को दिखा सकें।
उक्त के उपरांत जिलाधिकारी ने विद्यालय में पढ़ रहे बच्चों को चॉकलेट तथा बिस्किट आदि का वितरण किया। विद्यालय परिसर में वृक्षारोपण भी किया।
इस अवसर पर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने इस अभिनव प्रयोग की सराहना करते हुये कहा कि जिस प्रकार की लैब यहां पर बनाई गई हैं वह अत्यधिक अच्छी है, यहां पर उपलब्ध इंस्ट्रूमेंट के द्वारा हम पूरे ब्रह्मांड को देख सकते हैं। यह लैब केवल बच्चों के लिए ही नहीं बल्कि बड़ों के लिये भी बहुत उपयोगी है।
इस अवसर पर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अनुराग आर्य, बेसिक शिक्षा अधिकारी संजय, खंड शिक्षा अधिकारी, संबंधित एबीएसए, ग्राम प्रधान, विद्यालय के अध्यापक/ छात्र-छात्राएं सहित सम्बंधित अधिकारीगण उपस्थित रहे।