Indian Air Force Story: NDA के रहे कैडेट, 3000 घंटे फ्लाइंग करने का अनुभव, अब मिली ये कमान अक्सर देखा गया है कि जो भी भारतीय सेना, भारतीय वायुसेना और भारतीय नौसेना के टॉप लेवल पर अधिकांश लोग NDA के कैडेट रह चुके होते हैं. इन्हीं में से एक हैं एयर मार्शल जीतेंद्र मिश्रा (Air Marshal Jeetendra Mishra), जिन्हें भारतीय वायु सेना की पश्चिमी वायु कमान का मुखिया बनाया गया है.उन्होंने एयर मार्शल पंकज मोहन सिन्हा का स्थान लिया, जो 39 वर्षों के बेहतरीन सेवाकाल के बाद 31 दिसंबर, 2024 को सेवानिवृत्त हुए थे.
एक अनुभवी एविएटर के रूप में उल्लेखनीय करियर
एयर मार्शल जीतेंद्र मिश्रा 6 दिसंबर, 1986 को लड़ाकू पायलट के रूप में भारतीय वायु सेना में शामिल हुए थे. उन्हें 3000 घंटों से अधिक उड़ान अनुभव के साथ एक अनुभवी एविएटर भी हैं. वह नेशनल डिफेंस एकेडमी (पुणे), एयर फोर्स टेस्ट पायलट स्कूल (बैंगलोर), एयर कमांड एंड स्टाफ कॉलेज (अमेरिका) और रॉयल कॉलेज ऑफ डिफेंस स्टडीज (यूके) के पूर्व छात्र रहे हैं.
कमांड और स्टाफ नियुक्तियों में विविध अनुभव
एयर मार्शल जीतेंद्र मिश्रा ने अपने 38 वर्षों के करियर में कई महत्वपूर्ण कमांड और स्टाफ भूमिकाएं निभाई हैं. इनमें फाइटर स्क्वाड्रन के कमांडिंग ऑफिसर, एयरक्राफ्ट एंड सिस्टम्स टेस्टिंग एस्टेब्लिशमेंट (एएसटीई) के चीफ टेस्ट पायलट, दो फ्रंटलाइन एयर बेस के एयर ऑफिसर कमांडिंग, और एयर मुख्यालय में असिस्टेंट चीफ ऑफ एयर स्टाफ (प्रोजेक्ट्स) शामिल हैं. इसके अलावा मिश्रा इंटीग्रेटेड डिफेंस स्टाफ के डिप्टी चीफ ( डॉक्ट्रिन, ऑर्गेनाइजेशन और ट्रेनिंग) और डिप्टी चीफ (ऑपरेशन) के रूप में भी सेवाएं दे चुके हैं.
सम्मान और उपलब्धियां
एयर मार्शल मिश्रा को अपनी बेहतरीन सर्विस के लिए अति विशिष्ट सेवा पदक (AVSM) और विशिष्ट सेवा पदक (VSM) से सम्मानित किया गया है. एयर मार्शल मिश्रा के लीडरशिप में भारतीय वायु सेना के पश्चिमी वायु कमान को बेहतरीन ऑपरेशनल और तत्परता के क्षेत्र में नई ऊंचाइयों पर पहुंचने की उम्मीद है. उनकी नियुक्ति वायु सेना के लिए रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण मानी जा रही है.