
निर्धारित समय से पूर्व ही हो रहा समस्याओं का निस्तारण
शिकायतों के निस्तारण में निभा रहा है महत्वपूर्ण भूमिका
सी विजिल के माध्यम से आम नागरिक गलत गतिविधियों के बारे में निर्वाचन आयोग को दे सकता है जानकारी
ऐप के माध्यम से आमजन सीधे निर्वाचन आयोग के सम्पर्क में
शिकायत करने वाले की पहचान रहेगी गोपनीय
—————————–——- सहारनपुर, 02 अप्रैल (सूवि)।
जिला निर्वाचन अधिकारी डा. दिनेश चंद्र ने बताया कि लोकसभा चुनावों में नागरिकों के अधिकारों को सशक्त करने के लिए चुनाव आयोग ने कुछ मोबाइल ऐप लांच किए गए हैं। इसी में एक सी-विजिल एप पर आदर्श आचार संहिता उल्लंघन की शिकायत कर सकते हैं। इसमें दर्ज शिकायतों का 100 मिनट में निस्तारण किया जा रहा है। सी विजिल एप से जनपद में 55 मिनट में शिकायतों का निस्तारण किया जा रहा है।
भारत निर्वाचन आयोग द्वारा शुरू किए गए सी विजिल ऐप नागरिकों के लिए निर्वाचन के दौरान आदर्श आचार संहिता और व्यय संबंधी उल्लंघनों की रिपोर्ट करने के लिए एक नवोन्मेषी मोबाइल ऐप्लिकेशन है। ‘सीविजिल’ का अर्थ जागरूक नागरिक है और यह स्वतंत्र और निष्पक्ष निर्वाचनों के संचालन में नागरिकों द्वारा निभाई जा सकने वाली सक्रिय और जिम्मेदार भूमिका पर जोर देती है। सी विजिल एक उपभोक्ता अनुकूल एंड्रॉइड एप्लिकेशन है जिसे संचालित करना आसान है, जिसका उपयोग निर्वाचनों की अधिसूचनाओं की तारीख से उल्लंघनों की रिपोर्टिंग के लिए किया जा सकता है। इस ऐप की विशिष्टता यह है कि यह केवल लाइव फोटो एवं वीडियो और ऐप के भीतर से ऑटो लोकेशन ही कैप्चर करता है ताकि फ्लाइंग स्क्वॉड को समयबद्ध तरीके से कार्य करने के लिए डिजिटल साक्ष्य मिलना सुनिश्चित हो सके।
इस ऐप को ऐसे किसी भी एंड्रॉइड स्मार्टफोन कैमरा में इन्सटाल किया जा सकता है जिसमें कैमरा, अच्छा इंटरनेट कनेक्शन और जीपीएस एक्सेस हो। इस एप्लिकेशन का उपयोग करके, नागरिक राजनीतिक कदाचार की घटनाओं को देखते ही तत्काल कुछ ही मिनट में इसकी रिपोर्ट कर सकते हैं और इसके लिए उन्हें रिटर्निंग अधिकारी के कार्यालय में भी नहीं जाना पड़ेगा। सीविजिल जागरूक नागरिकों को जिला नियंत्रण कक्ष, रिटर्निंग अधिकारी और फील्ड यूनिट के साथ जोड़ता है, जिससे एक तीव्र और सटीक रिपोर्टिंग, कार्रवाई और निगरानी प्रणाली का निर्माण होता है।
शिकायत दर्ज करने से पहले आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन करने वाली गतिविधि की केवल एक तस्वीर या 2 मिनट का वीडियो बनाएं और संक्षिप्त में इसका वर्णन कर दें। शिकायत के साथ कैप्चर की गई जीआईएस जानकारी स्वतः इसे संबंधित जिला नियंत्रण कक्ष को भेज दी जाती है, जिससे फ्लाइंग स्क्वॉड को कुछ ही मिनटों में घटनास्थल पर भेज दिया जाता है।। सुरेंद्र चौहान दैनिक सच कहूं