सच्ची श्रद्दा भक्ति के भाव से ही होतें हैं भगवान श्री राम के दर्शन…………………. इंजी. सुरेन्द्र कश्यप ===================
( कश्यप समाज ने भव्यरूप से मनायी माता शबरी की जंयती )

एटा ! आज रविवार को ठन्डी सडक स्थिति महर्षि कश्यप मंदिर के प्रागंण में कश्यप निषाद सभा के बैनर तले माता शबरी की जंयती को भव्य रूप प्रदान कर मर्यादा पुरूषोत्तम भगवान श्रीराम के चरणों में समर्पित उनके विशालकाय चित्र पर माल्यार्पण एवं उनके चरणों में पुष्प अर्पित कर वदंन अभिनदंन करते हुऐ गोष्ठी के जरिये वक्ताओ ने अपने अपने विचार व्यक्त कर जंयती का आयोजन किया ! इस अवसर पर कश्यप निषाद सभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष इंजी. सुरेन्द्र कश्यप ने कहा कि माता शबरी की कुटिया में जब भगवार राम आऐ तब उसने उनसे कहा था कि मंतग रिषि के कहने पर मैं आज तक सिर्फ आपके दर्शन करने के लिऐ जी रही थी , अब आप मुझे मोक्ष प्रदान कीजिऐ प्रभू ! यह कहकर माता शबरी ने अपनी देह त्याग दी तथा प्रभू श्रीराम ने उनका अपने हाथों से स्वंय अंतिम संस्कार किया ! गोष्ठी को संबोधित करते हुऐ निषाद पार्टी के जिलाध्यक्ष राकेश कुमार कश्यप ने कहा कि माता शबरी के आदिवासी पिता अज जो एक कबीले के मुखिया थे उनके द्वारा जब शबरी के बडे होने पर उनका विवाह तय कर रस्म अदायगी में बारातियों के स्वादिष्ट भोजन के लिऐ बकरियों व अन्य जानवरों को बलि के लिऐ घर पर लाया गया तो वह द्रवित हो उठी और वह यह सोचकर घर से भागकर एक पर्वत पर चली गयी कि जब में ही घर पर नहीं रहूंगी तो फिर किसी भी जानवर की बलि नहीं होगी ! मां शबरी पर्वत पर रहने वाले रिषियों की कुटियों में झाडू लगाकर साफ सफाई कर रिषियों का आशीर्वाद चाहने के लिऐ प्रयासरत थी परन्तु जब रिषियों को मालूम पडा कि वह भील जाति से हैं तो रिषियो ने उनको डांट लगाकर अपमान किया , फिर माता शबरी मंतग रिषि के आश्रम में पहुंची तो उन्होने उसे अपनी पुत्री मानकर स्थान दिया ! मतंग रिषि ने बुढापे के चलते पुत्री शबरी से कहा कि वह शरीर त्यागना चाहते हैं तो मां शबरी विचलित हो गयी ! मतंग रिषि ने पुत्री को आशीर्वाद देकर कहा कि भगवान श्री राम तुम्हारा ध्यान रखेगें ! माता शबरी यह सुनकर उसी दिन से अपनी कुटिया को जगंल से फूल लाकर सजाती व बेर तोडकर लाती कि वह भगवान राम को खिलाऐगी , बेरों को चुनते समय वह उन्हे चखकर देखती कि कहीं वह खट्टे न हों ! आखिर एक दिन प्रभू श्रीराम माता शबरी की कुटिया में आऐ और झूठे बेर खाकर माता की श्रद्गा भक्ति से ओत प्रोत हुऐ !
गोष्ठी में मानव हित पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष क्रष्ण गोपाल सिहं कश्यप ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी व उत्तर प्रदेश सरकार के आदित्यनाथ योगी ने अयोध्या धाम में मां शबरी के भोजनालय का निर्माण कराकर भील समाज जो कि कश्यप समाज का एक हिस्सा है एक बडा उपकार किया है ! इंजी. नरेन्द्र कश्यप , सी.पी. कश्यप , आचार्य धर्मेन्द्र कश्यप शास्त्री ने भी संबोधित किया ! गोष्ठी में चरन बिहारी कश्यप , शेर सिहं कश्यप पूर्व प्रधान , संतोष कश्यप एड. , क्रष्ण कुमार कश्यप ,मुन्नालाल कश्यप ,राजू कश्यप ,रिदम कश्यप , हरिओम कश्यप , दीपक कुमार आदि लोग मौजूद रहे !