
आगरा के बाग फरजाना स्थित संस्कृति भवन में अतुल्य भारत इनक्रिडिबल इण्डिया फाउण्डेशन के संयोजन में आयोजित वन्दे हिंदी समागम में कुछ अच्छे वक्ताओं को सुनने का सुअवसर मिला ।
जिसमें सुप्रसिद्ध टेलीविजन पत्रकार श्री दीपक चौरासिया जी एवं श्री राजेश बादल जी आयोजक संस्था के अध्यक्ष प्रसिध्द उद्यमी श्री पूरन डाबर जी आगरा विश्वविद्यालय के प्रति उपकुलपति प्रो तनेजा जी प्रमुख रहे ।
आगरा के प्रसिध्द गीतकार वयोवृद्ध सम्मानित कवि श्री सोम ठाकुर जी ने
अध्यक्षता की और अपनी प्रसिध्द हिंदी वन्दना सस्वर सुनाई ।
श्री राजेश बादल ने कहा कि हिंदी को राष्ट्रभाषा बनाने की मांग पुरानी है किंतु
हिंदी अब सौ करोड़ लोगों की भाषा बनकर विश्व भाषा बन गयी है उसे अब किसी औपचारिक पद नाम की आवश्यकता नहीं है । श्री दीपक चौरसिया ने कहा कि अब हिंदी चैनल अब अन्य भाषाओं के चैनलों की अपेक्षा अधिक राजस्व कमा रहे हैं । प्रसिध्द टेलीविजन एंकर गरिमा सिंह के प्रश्न के उत्तर में बताया गया कि हिन्दी की प्रगति में बाजारवाद का , फिल्मों का , टेलीविजन चैनलों का बडा़ योगदान रहा है साथ ही साथ अब लोग
भावनात्मक रूप से भी हिंदी से जुड़ रहे हैं । प्रवासी भारतीयों के कारण हिंदी विश्व के कोने कोने तक पहुंची है ।
हिंदी का देश में कहीं भी जन स्तर पर
विरोध नहीं है केवल राजनीति के कारण यत्र यत्र कुछ प्रदेशों के नेता विरोध करते हैं ।
हिंदी अब अपने आंतरिक आत्मबल से ही प्रगतिपथ पर अग्रसर है । उसे अब राजनीति का मुखापेक्षी बनने की अधिक आवश्यकता नहीं है ।
यह समागम हिंदी सेवी राजर्षि पुरुषोत्तमदास टण्डन जी के जन्मदिवस पर आजादी के पचहत्तर साल पूरे होने पर अमृत महोत्सव के उपलक्ष में आयोजित किया गया ।
हिंदी के संवर्धन के प्रति अपनी प्रतिबद्धता जताते हुए वक्ताओं ने इसके लिये श्रोताओं को प्रोत्साहित किया ।
सुंदर कार्यक्रम के लिये आयोजकों को
बहुत बहुत बधाई ।