
यूरोप की सबसे ऊंची चोटी माउंट एल्ब्रुस पर न सिर्फ गायत्री मंत्र गूंजा, बल्कि तिरंगा भी लहराया है। मध्यप्रदेश के भोपाल के वरुण वडेरिया 5,642 मीटर ऊंचे इस पर्वत पर 8 घंटे में चढ़ गए। माइनस 10 डिग्री टेम्प्रेचर, 30 किमी प्रति घंटे बफीर्ली हवाओं की रफ्तार और खड़ी चढ़ाई सबसे बड़ी चुनौती रही। बावजूद वरुण ने हार नहीं मानी और चोटी पर चढ़कर तिरंगा लहरा दिया।
वरुण मध्यप्रदेश टूरिज्म बोर्ड के जॉइंट डायरेक्टर (वित्त) भी हैं। उन्होंने बताया, वे मास्को से बेस कैंप गारावासी पहुंचे। वहां दो दिन तक पर्वत पर चढ़ने की गाइडलाइन को जाना। इसके बाद 28-29 अगस्त की रात डेढ़ बजे से पर्वत पर चढ़ना शुरू कर दिया। अगले दिन सुबह 7.10 बजे यूरोप की सबसे ऊंची चोटी पर पहुंच गए। सात महाद्वीप की यह महत्वपूर्ण चोटी है। आने-जाने में करीब 8 घंटे लगे। वरुण ने चोटी पर तिरंगे के साथ ही मध्यप्रदेश टूरिज्म बोर्ड का झंडा भी लगाया। ताकि, मध्यप्रदेश के पर्यटन को दुनियाभर में पहचान मिल सके।
वरुण वडेरिया के मुताबिक, इस चोटी पर पहले भी कई भारतीय चढ़ चुके हैं। लेकिन इस समय वहां का मौसम सबसे कठिनाइयों वाला है। अभी माइनस-10 डिग्री तक तापमान है। जिस दिन पर्वत पर चढ़े, तब भी तापमान इतना ही था। इसके अलावा तेज रफ्तार में बफीर्ली हवाएं चल रही थीं। ठंड-हवा के साथ खड़ी चढ़ाई थी।