“मुंशी प्रेमचन्द की जयंती पर शहर भर में आयोजन” : डा० अशोक कुमार सिंह

वाराणसी प्रेमचंद मेमोरियल ट्रस्ट लमही, वाराणसी (यू०पी०) के प्रांगण में जीवनदीप महाविद्यालय, बड़ालालपुर, वाराणसी के तरफ से प्रेमचंद मेमोरियाल ट्रस्ट के अध्यक्ष श्री सुरेश चन्द्र दूबे जी को किताबों का संग्रह सप्रेम भेंट किया गया। उक्त अवसर पर जीवनदीप महाविद्यालय के प्रबंधक डा० अशोक कुमार सिंह ने कहा कि मुंशी प्रेमचंद का साहित्य समाज का दर्पण है। मुंशी जी अपने साहित्य में प्रमुखता से महिलाओं को स्थान देते थे, तथा अपने लेखन से समाज में हो रही घटनाओं पर भी प्रकाश डालते थे। आगे चलकर संस्था के प्राचार्य डॉ० इन्द्रेश चन्द्र सिंह ने कहा कि मुंशी प्रेमचंद जी प्रतिभाशाली व्यक्तित्व के धनी थे। वे ऐसे कालजयी लेखक थे जिन्होने सामाजिक मानदण्ड के साथ हिन्दी साहित्य को आधुनिक रूप देने का प्रभावशाली प्रयास किया। महाविद्यालय के उप-प्राचार्य डॉ० अमित कुमार सिंह ने कहा कि मुंशी प्रेमचंद आधुनिक हिन्दी के पितामह थे तथा मुंशी प्रेमचंद एक लेखक ही नहीं बल्कि साहित्यकार उपन्यासकार, नाटककार भी थे।
संस्था के सम्बद्धता निदेशक शैलेश त्रिवेदी ने कहा कि मुंशी प्रेमचंद को दलितो, किसानों और गरीबों का लेखक माना जाता था। वो अपनी लेखनी से शब्दों को ऐसे लिखते थे की पढ़ने वाला उनसे सीधे संवाद कर सकता था। इस अवसर पर अलका सिंह, शिव बहादुर, मीडिया प्रभारी डॉ० अरूण कुमार आदि उपस्थित
थे ।