स्कूल वैन को बीच रास्ते एआरटीओ ने पकड़ा, भयभीत बच्चे बोले नहीं जाएंगे स्कूल, रिपोर्ट योगेश मुदगल

स्कूल वैन को बीच रास्ते एआरटीओ ने पकड़ा, भयभीत बच्चे बोले नहीं जाएंगे स्कूल, रिपोर्ट योगेश मुदगल

एटा। मानकों के उल्लंघन को लेकर एक स्कूल वैन को एआरटीओ प्रवर्तन ने मंगलवार को पकड़ लिया। इस बीच चालक से नोकझोंक हुई तो उसको उतारकर एआरटीओ ने अपना चालक बैन में बैठा दिया और बच्चों को घर पहुंचाया गया। इस पूरे घटनाक्रम को लेकर वैन में बैठे बच्चे भयभीत हो गए। मौके पर वाक्या देख बच्चे इतने डर कि कहने लगे अब वैन से स्कूल नहीं जाएंगे।

मंगलवार को एआरटीओ प्रवर्तन अभिनव चौधरी अपनी टीम के साथ शहर में जीटी रोड पर चेकिंग कर रहे थे। सुबह नौ बजे के करीब एक मारूती वैन आठ छात्र-छात्राओं को ले जाती दिखी। एआरटीओ ने वैन को चेकिंग के लिए रोक लिया। इस दौरान वैन की फिटनेस समाप्त मिली। वहीं इसमें एलपीजी किट लगी थी, जो फिरोजाबाद से पास थी। वहीं वैन फिरोजाबाद एआरटीओ कार्यालय में पंजीकृत थी।
मानक पूरे न मिलने पर चालक से नोंकझोंक हो गई। इस पर एआरटीओ ने वैन में अपने चालक को बैठा कर बच्चों को घर पहुंचाने के लिए कहा। जबकि वैन के चालक को पीछे बैठा दिया गया। घंटे भर देरी से बच्चे घर पहुंचे इसे लेकर अभिभावक भी परेशान हो गए। घर पहुंचकर बच्चों ने अभिभावकों से वैन द्वारा स्कूल जाने से मना कर दिया। बच्चों का कहना है कि पता नहीं किसने वैन को रोक लिया और शहर में घुमाता रहा।
बोले अभिभावक, बच्चे वैन से जाने से कर रहे मना
बेटी वर्तिका कक्षा नौ की छात्रा है। वैन से अन्य बच्चों के साथ स्कूल जाती है। मंगलवार को वैन को रोका गया किसी अन्य चालक से वैन को चलवाया गया। इससे बेटी भयभीत हो गई। अब उसने वैन से जाने से इंकार कर दिया है। हम लोग काफी समझा रहे हैं, लेकिन वह नहीं मान रही।
सोनू वर्मा , हाथी गेट निवासी
बेटा आर्यन कक्षा सात का छात्र है। अन्य बच्चों के साथ वह प्रतिदिन वैन से स्कूल जाता है। मंगलवार को वैन को चेकिंग के लिए रोका गया। बाद में किसी अन्य चालक से वैन को चलवाया गया। घर आकर आर्यन का सीधे कहना था कि परिवार वालों के साथ ही स्कूल जाऊंगा।
रोहित जैन, मैनगंज निवासी
चेकिंग के लिए बच्चों को ले जा रही वैन को रोका गया। उसकी फिटनेस समाप्त हो चुकी थी। वैन फिरोजाबाद में पंजीकृत है। एलपीजी किट लगाकर यहां चलाई जा रही है। वैन को सीज किया गया है। अपने चालक द्वारा बच्चों को वैन से घरों पर पहुंचाया गया। इस दौरान मैं अपनी गाड़ी से बच्चों के साथ रहा। बिना फिटनेस वाले वाहनों का संचालन नहीं होने दिया जाएगा।

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निशाकांत शर्मा (सहसंपादक)

यह खबर /लेख मेरे ( निशाकांत शर्मा ) द्वारा प्रकाशित किया गया है इस खबर के सम्बंधित किसी भी वाद - विवाद के लिए में खुद जिम्मेदार होंगा

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