
Aligarh News : कट्टरपंथी लेखक मौलाना मौदूदी और सैयद कुतुब की किताबें बाजार से गायब, दुकानदार असहज
अलीगढ़ – इस्लामिक स्टेट के हिमायती और कट्टरपंथी लेखक मौलाना मौदूदी और सैयद कुतुब की किताबें बाजार से गायब हो गई हैं। लोगों को पढ़ने के लिए किताबें नहीं मिल रही हैं। खरीदारों की आमद – रफ्त से दुकानदार भी थोड़े असहज हो गए हैं। वह बोले, आखिर किताबों में क्या लिखा है, जिसे खरीदने के लिए काफी लोग आ रहे हैं।
अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (एएमयू) के इस्लामिक स्टडीज विभाग में लंबे अरसे से बीए व एमए के विद्यार्थियों को इस्लामिक स्टेट के हिमायती और कट्टरपंथी लेखक मौलाना मौदूदी और सैयद कुतुब की किताबें पढ़ाई जा रही थीं। इन लेखकों की किताबों को लेकर शिक्षाविदें ने प्रधानमंत्री से लेकर केंद्रीय शिक्षा मंत्री तक पत्राचार किया था। यह पत्राचार चर्चा में आ गया।
इसके बाद इस्लामिक स्टडीज विभाग के चेयरमैन प्रो. मोहम्मद इस्माइल ने इन विवादित लेखकों की किताबों को कोर्स से बाहर करने की बात कही। कोर्स से किताबें हटाने के फैसले के बाद इन किताबों में क्या लिखा है, उसके बारे में जानकारी लेने के लिए काफी लोग दुकानदारों के पास पहुंचे, जहां उन्हें यह किताबें नहीं मिल पाई। कुछ ने कहा कि यह किताबें नहीं हैं, तो कुछ ने कहा कि किताबें बिक चुकी हैं।
नाम न छापने की शर्त पर दुकानदारों ने बताया कि आखिर किताबों में लिखा क्या है, जिसके लिए इतनी हायतौबा मची है। दोनों लेखक अपने-अपने देशों में काफी विवादित रहे हैं। इनमें सैयद कुतुब को षड्यंत्र के चलते मिस्र में फांसी दे गई थी। इसी तरह मौलाना मौदूदी को पाकिस्तान की जेल में भी रहना पड़ा था।
सैयद कुतुब की सोशल जस्टिस इन इस्लाम, माइल स्टोन्स अबुल आला मौदूदी की किताब ह्यूमन राइट इन इस्लाम, दि इस्लामिक लॉ एंड कं स्टीट्यूशन इनके अलावा टावर्डस अंडर स्टेडिंग द कुरान, इस्लामिक वे ऑफ लाइफ, द इस्लामिक लॉ एंड कंस्टीट्यूशन, इक़ॉनामिक सिस्टम ऑफ इस्लाम, तफीमुउल कुरान आदि किताबें हैं।