पाइनवुड स्कूल में आर्थोपैडिक क्लब द्वारा बेसिक लाइफ सपोर्ट तकनीक पर कार्यशाला का आयोजन…

सहारनपुर:- “हड्डी एवं जोड रोग सप्ताह के अन्तर्गत आज शनिवार को दिल्ली रोड़ स्थित पाइनवुड स्कूल में आर्थोपैडिक क्लब द्वारा बेसिक लाइफ सपोर्ट तकनीक पर कार्यशाला का आयोजन किया गया, इस अवसर पर आर्थोपेडिक कलब के डा. शशीकान्त सैनी, डा. के के मक्कड़ व डा. गिरिश डंग ने सभी उपस्थित छात्र-छात्राओं को बताया कि सड़क दुर्घटना होने पर मरीज को पहले सुरक्षित स्थान पर ले जायें, उसके बाद एबीसीडी नियम का पालन करें। ए से एयर अर्थात घायल की साँस की नली को साफ करना है, नाक व मुँह में फसे हुए किसी पदार्थ या ढलड़ को निकालना है। यदि मरीज की जीब पीछे की और पलट गयी है या फँसी है तो हाथ की दो अंगुलियों से खींचकर आगे कर देना है, बी से ब्रीदिंग की जांच करनी है। पीड़ित की साँस चल रही है या नहीं यह देखना है। सी से सर्कुलेशन यानि शरीर में ‘देखना है। हाथ या पैर से खून बह रहा खून की नसों में संचार देख हो तो इसे कपड़े से बाँधकर या दवाकर खून के रिसाव को रोकता है। डी से डिसेबिलिटी अर्थात घन पैर में फ्रैक्चर होने पर किसी सीधीवस्तु जैसे लकडी, कार्डबोर्ड, दफ्ती से सीधा कर के बाँध देना चाहिये। यदि दिल की धड़कन बंद है तो सी पी आर (कार्डियोपल्मोनरी रिससिटेशन) कैसे करता है यह भी बताया गया, इस प्रकार उन प्रतिशत दुर्घटनग्रस्त लोगों की जान बचायी जा सकती है, जिनकी मौत अस्पताल पहुँचने से पहले ही हो जाती है। इस अवसर पर स्कूल के प्रिंसिपल डॉ संजीव जैन ने भी अपने विचार रखें तथा बेसिक लाइफ सपोर्ट की ट्रैनिंग हर आम नागरिक को देने तथा स्कूल के पाठ्यक्रम में जोड़ने की सिफारिश की, छात्र-छात्राओं ने भी बड़े उत्साह के साथ कार्यक्रम में भाग लिया और आर्थोपेडिक क्लब के सभी डॉक्टरों का आभार व्यक्त किया, छात्र-छात्राओं ने भी एक्सीडेंट में घयाल लोगों की जान बचाने का संकल्प लिया, इस मौके पर स्कूल स्टाफ़ व छात्र छात्राएं उपस्थित रही।