कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए टीकाकरण जरूरी —- सीएमओ
( टीकाकरण केंद्रों पर नि:शुल्क लगवाएं प्रीकॉशनरी डोज )

एटा ! कोरोना से बचाव के लिए टीकाकरण बेहद आवश्यक है। जिले में 15 जुलाई से 18 से 59 वर्ष उम्र के लोगों को भी मुफ्त में प्रीकाशन डोज लगाए जाने की शुरुआत हो चुकी है। 59 वर्ष से अधिक उम्र वाले लोगों को पहले ही नि:शुल्क प्रीकॉशनरी डोज लगाई जा रही थी। जिले में अब तक करीब 56000 से अधिक लोगों को प्रीकॉशनरी डोज लगाई जा चुकी है।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. उमेश कुमार त्रिपाठी ने बताया कि जनपद में 18 वर्ष से अधिक उम्र के करीब 12.96 लाख से अधिक लोगों को कोरोना टीका की दोनों डोज लगाई जा चुकी हैं। जिले में अब तक करीब 56000 लोगों को प्रीकॉशनरी डोज लगाई जा चुकी है। आशा कार्यकर्ता की मदद से लोगों को वैक्सीन की एहतियाती डोज लगवाने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि जिले में 18 वर्ष से 59 वर्ष उम्र के लोगों को नि:शुल्क प्रीकॉशन डोज लगाई जा रही है | इसके साथ ही 59 वर्ष से अधिक आयु के लोगों के लिए प्रीकॉशन डोज पहले से ही नि:शुल्क थी। उन्होंने बताया कि यह डोज सभी कोविड-19 टीकाकरण केन्द्रों पर उपलब्ध है। ऐसे लाभार्थी जिन्हें टीका की दूसरी डोज लगवाए हुए छह महीने का समय पूर्ण हो गया हो वह निशुल्क प्रीकॉशनरी डोज लगवा सकते हैं।
जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ. राम सिंह ने बताया कि टीका लगने के बाद शरीर में पर्याप्त मात्रा में एंटीबॉडीज बनने लगती हैं, जो कि एक निश्चित समय के लिए बनती है। ऐसे में एक निश्चित अवधि के बाद एहतियाती डोज लगवाना भी बेहद आवश्यक है, जिससे शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता बनी रहे। एहतियाती डोज उन्हीं को लगायी जा जा रही है, जिनको दूसरी डोज लगवाये छह महीने पूरे हो गए हैं| इसके साथ ही जिन लोगों को को-वैक्सीन की पहली और दूसरी खुराक दी गई थी, उन्हें एहतियाती खुराक के तौर पर को-वैक्सीन की डोज ही लेना होगा। इसी प्रकार जिन्हें कोविशील्ड की पहली और दूसरी खुराक मिल चुकी है,उन्हें एहतियाती खुराक में भी कोविशील्ड का टीका ही लगाया जाएगा। कोरोना से बचाव के लिए टीका लगवाना बेहद जरूरी है। कोरोना से बचाव के लिए सभी पात्र लोग एहतियाती डोज अवश्य लगवाएं।