
बच्ची की मौत के मामले में उपमुख्यमंत्री ने दिए जांच के आदेश, ऑक्सीजन न मिलने से गई थी जान
एटा – सरकारी मेडिकल कॉलेज और एंबुलेंस में ऑक्सीजन की कमी के चलते बच्ची की मौत के मामले में डिप्टी सीएम बृजेश पाठक ने संज्ञान लिया है। उन्होंने ट्वीट कर सीएमओ और मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य को जांच कर कार्रवाई करने और एक सप्ताह के अंदर जांच रिपोर्ट देने के निर्देश दिए हैं।
मेडिकल कॉलेज की लचर व्यवस्थाएं और एंबुलेंस में ऑक्सीजन उपलब्ध न होने से शनिवार को चार वर्षीय बच्ची मन्नू पुत्री मुकेश कुमार निवासी नगला फकीर की मौत हो गई थी। इस मामले को डिप्टी सीएम बृजेश पाठक ने गंभीरता से लिया है। ट्वीट कर सीएमओ डॉ. उमेश कुमार त्रिपाठी और प्राचार्य डॉ. नवनीत सिंह चौहान को निर्देश दिए हैं कि मामले में दोषियों के खिलाफ कार्रवाई कर एक सप्ताह में रिपोर्ट भेजी जाए।
गमगमीन माहौल में हुआ अंतिम संस्कार
गांव नगला फकीर में बच्ची का गमगीन माहौल में शनिवार की रात करीब 10 बजे अंतिम संस्कार किया गया। परिजन बच्ची की मौत के बाद शोक में डूबे रहे लेकिन दूसरे दिन रविवार को भी कोई अधिकारी गांव में जांच करने नहीं पहुंचा। इसकी वजह से ग्रामीणों में काफी रोष है।
बिना ऑक्सीजन निधौली सीएचसी पर मिली एंबुलेंस
हमारी टीम ने रविवार को सीएचसी निधौली कलां की पड़ताल की। यहां पर 108 और 102 एंबुलेंस खड़ी थीं। 102 एंबुलेंस नंबर यूपी 32 ईजी 0673 में ऑक्सीजन नहीं मिली। ईएमटी सुखवीर सिंह ने बताया कि दो माह पहले ऑक्सीजन भरवाई गई थी, इसके बाद से जांच नहीं की गई। इमरजेंसी में सेवाएं कैसे दी जाएगी, इसका वह कोई जवाब नहीं दे सके।
सीएमओ डॉ. उमेश कुमार त्रिपाठी ने बताया कि मामले में जांच कराई गई है। पहली एंबुलेंस के चालक की लापरवाही सामने आई है, उसके ईएमटी पर कार्रवाई की जाएगी। दूसरी एंबुलेंस अलीगढ़ में मरीज को छोड़कर आई थी, इस दौरान उसकी ऑक्सीजन खत्म हो गई थी।