
नीलगाय को बचाने में पलटी कार, नाती की मौत, छह घायल
एटा। मिरहची थाना क्षेत्र के अंतर्गत गांव सिरसा टप्पू के पास रविवार तड़के एक तेज रफ्तार कार नील गाय को बचाने के चक्कर में पलट गई। ग्वालियर (मध्यप्रदेश) के लोग एक महिला की अस्थि विसर्जन करने कछला घाट जा रहे थे। हादसे में मृतका के नाती की मौत हो गई। जबकि छह लोग घायल हो गए।
ग्वालियर जनपद के सुसारा निवासी राजकिरण ने पोस्टमार्टम हाउस पर रविवार को बताया कि उनकी दादी शांतीबाई का तीन मई को निधन हो गया था। उनकी अस्थियों का विसर्जन करने के लिए बड़े भाई 29 वर्षीय मुनेंद्र अपनी पत्नी दीया सहित दीपा, मंजू, कुसुम व शकुंतला के साथ कासगंज के कछला घाट पर स्कॉर्पियो कार में जा रहे थे। मिरहची थाना क्षेत्र के अंतर्गत सिरसा टप्पू के पास रविवार सुबह करीब चार बजे कार पहुंची थी।
इस दौरान एक नीलगाय सड़क पर आ गया, उसे बचाने के चक्कर में कार अनियंत्रित होकर पलट गई। इसमें कार सवार सभी घायल हो गए। जिनको मेडिकल कॉलेज लाया गया। यहां चिकित्सक ने मुनेंद्र को मृत बता दिया। मिरहची थाना प्रभारी सीपी सिंह ने बताया कि नीलगाय से एक कार टकराकर पलट गई, इसमें कार सवार छह लोग घायल हो गए। जबकि एक व्यक्ति की मौत हुई है। शव का पोस्टमार्टम कराया गया है।
एक वर्ष पूर्व हुई थी मुनेंद्र की शादी
अस्थि विसर्जन के लिए कार से कछला गंगा घाट जा रहे लोगों की कार पलटने से मुनेंद्र की मौत हो गई। पोस्टमार्टम हाउस पर मृतक के परिजन ने बताया कि 29 वर्षीय मुनेंद्र की शादी एक वर्ष पूर्व ही हुई थी। उनका हंसता-खेलता परिवार था, जो एक झटके में उजड़ गया। बताया कि वह लोग राजनीति में भी सक्रिय हैं। मृतक मुनेंद्र ठेकेदारी करता था। दादी की अस्थि विसर्जन में सभी जा रहे थे। क्या पता था ऐसी होनी हो जाएगी। उन्होंने बताया मृतक की पत्नी को अभी नहीं बताया है कि मुनेंद्र की मौत हो गई है। अस्पताल में वह बार-बार उन्हीं के बारे में पूछ रही है।