
दरगाह प्ररकण: गढ़ीमानखान में चला बुलडोजर, 30 बीघा जमीन कराई मुक्त
जलेसर(एटा)। बड़े मियां की दरगाह कमेटी के सदस्यों द्वारा किए गए अवैध कब्जों पर बृहस्पतिवार को फिर बुलडोजर गरजा। मोहल्ला गढ़ीमानखान में राजस्व विभाग की 30 बीघा जमीन मुक्त कराई गई। वहीं मोहल्ला सादात में नजूल की जमीन पर बनाई गई 10 दुकानों को ध्वस्त करा दिया गया। दरगाह कमेटी से जुड़े लोगों ने अवैध रूप से सरकारी जमीनों पर जमकर कब्जे किए। अपने प्रयोग में लेने के अलावा इनको बेचकर करोड़ों रुपये भी कमाए। जमीनों पर प्लॉटिंग कर उनसे मोटी रकम कमाई गई।
जांच चली तो लगातार इस तरह के मामले सामने आ रहे हैं। जिसके बाद कार्रवाई कर सरकारी जमीनों को मुक्त कराया जा रहा है। कमेटी के लोगों ने मोहल्ला गढ़ीमानखान में राजस्व विभाग की 30 बीघा जमीन पर कब्जा कर लिया था और इसे अपनी बताते हुए प्लॉटिंग कर डाली। तमाम लोगों ने इसमें से प्लॉट खरीद भी लिए। प्लॉटों पर बाउंड्री आदि करा दी गई थी। बृहस्पतिवार को प्रशासन, पुलिस और राजस्व विभाग की टीम यहां पहुंची। पैमाइश के बाद बुलडोजर के जरिये सरकारी जमीन को मुक्त कराने का काम शुरू कर दिया गया।
इस दौरान बड़ी संख्या में लोग एकत्रित हो गए, जो प्लॉट खरीदकर बैनामा कराने की बात कह रहे थे, लेकिन किसी की एक न सुनी गई। इस दौरान समिति सदस्यों द्वारा एक प्लॉट पर लगाए गए गेट को ढहाने को लेकर नगर पालिका और तहसील के कर्मचारियों में आपस में कहासुनी हो गई। बाद में गेट हटा दिया गया। इसके अलावा मोहल्ला सादात में भी कार्रवाई की गई। पूर्व में अधिकारियों ने यहां नजूल की जमीन पर अवैध रूप से बनाई गईं 10 दुकानों को सील करा दिया था। बृहस्पतिवार को इन सभी दुकानों को बुलडोजर चलाकर ध्वस्त करा दिया गया।
पुरानी तहसील की जमीन को कराया कब्जामुक्त
जलेसर। नगर पालिका के पास मोहल्ला किला की ढलान पर पुरानी तहसील की जमीन को भी कब्जामुक्त कराया गया। यहां पालका की एक सभासद के पति नावेद अली ने फर्जी वसीयत के आधार पर दीवार लगाकर कब्जा कर लिया था। तहसीलदार अजीत कुमार पुलिस बल और नगरपालिका व राजस्व विभाग की टीम को लेकर बुलडोजर चलवाने पहुंचे। नावेद के परिजन जमीन के कागजात दिखाने लगे, लेकिन इन कागजों को अनुपयोगी बताते हुए बुलडोजर चलवाना शुरू कर दिया गया। यहां खड़ी की गई दीवार को ध्वस्त करा दिया गया। इस जगह के अलावा सभासद पति पर और भी जमीन कब्जाने का आरोप है, जिसके कागजात दिखाने को उनसे कहा गया है।