उद्यमिता से महिलाएं बनेगी आत्मनिर्भर-डॉ रघुनंदन
महिलाओं का प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू
विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना के तहत कार्यक्रम
एक माह चली गई ट्रेनिंग

एटा 30 मई। जनपद की महिलाओं को उद्यमिता मिशन से जोड़कर उन्हें आत्मनिर्भर बनाने के उदेश्य से उत्तर प्रदेश सरकार की महत्वाकांक्षी योजना विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना के तहत महिलाओं के प्रशिक्षण कार्यक्रम कासगंज रोड स्थित रोज एकेडमी इंटर कॉलेज में प्रारंभ हुआ l जिला उद्योग केंद्र के उपायुक्त बांकेलाल एवं सामाजिक कार्यकर्ता डॉ प्रदीप रघुनंदन संयुक्त रूप से फीता काटकर उधमिता प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ किया। उद्यमिता प्रशिक्षण कार्यक्रम के तहत जनपद भर की 200 महिलाओं को सिलाई के क्षेत्र में प्रशिक्षित कर उन्हें व्यवसायिक दृष्टिकोण से विकसित किया जाएगा।
महिलाओं को संबोधित करते हुए हैं उपायुक्त जिला उद्योग केंद्र बांकेलाल ने कहा कि यह एक महत्वपूर्ण योजना है जिसके माध्यम से महिलाओं को आत्मनिर्भर बना कर उन्हें सशक्त बनाते हुए समाज की मुख्यधारा से जोड़ने का उद्देश्य राज्य सरकार का है। प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद महिलाओं को एक सिलाई मशीन सरकार की ओर से प्रदान की जाएगी जिससे वह अपने घर पर छोटे रूप में उद्यम कौशल की शुरुआत कर सकें l आगे चलकर जिला उद्योग केंद्र के माध्यम से विभिन्न सरकारी योजनाओं से इन महिलाओं को लाभान्वित किया जाएगा और आवश्यकता पड़ने पर उन्हें बैंक से सस्ते दरों पर ऋण मुहैया कराया जाए।
सामाजिक कार्यकर्ता डॉ प्रदीप रघुनंदन ने कहा कि सरकार का लक्ष्य प्रत्येक महिला को सशक्त और मजबूत बनाना है सरकार चाहती है कि ग्रामीण क्षेत्रों में निवास करने वाली महिलाएं अपने अंदर छुपे हुए टैलेंट को समझें और सरकारी स्तर पर उनको प्रशिक्षित करके आवश्यक अवसर मुहैया कराए जाएं जिससे वह अपने परिवार के लिए आर्थिक समृद्धि का आधार तैयार कर सके और अपने बच्चों को बेहतर शिक्षा एवं पालन-पोषण उपलब्ध करा सके।
इससे पूर्व जिला उद्योग केंद्र प्रदीप वर्मा ने महिलाओं को सरकार की विभिन्न योजनाओं की जानकारी दी। महिलाओं के सिलाई के प्रशिक्षण का जिम्मा संभालने वाली कविता ने कहा कि सुबह 10:00 बजे से लेकर 4:00 बजे तक इन महिलाओं को प्रशिक्षित किया जाएगा बीच में आधे घंटे का लंच ब्रेक होगाl
इस अवसर पर रशीद खान साबिर हुसैन ममता कुमारी मेघा प्रियंका लता पाल राजकुमारी अनीता सुधा निशा आरती रजनी सर्विस एन्नीले साहित्य लगभग 200 महिलाएं उपस्थित थी।