
यासीन मलिक को जो सजा 30 साल पहले होनी
चाहिए थी वह आज क्यों हुई यही विचारणीय प्रश्न है
यासीन मलिक का जन्म 1966 में हुआ और वह 1983-84 से लगातार आतंकी गतिविधियों में शामिल रहा उसके द्वारा लगातार अपराध किए जाते रहे लेकिन वह सत्ता के गलियारे में बैठे हुए लोगों का सिरमौर बना रहा कश्मीर में वह खुलेआम अपराध करता रहा लेकिन उसके बावजूद भी
वह खुलेआम सत्ता के गलियारों में अपनी ताकत और वजूद को दर्शाता रहा और उसी के बलबूते वह पिछले 50 साल का अपना जीवन एक राजनीतिक हस्ती के रूप में काटता रहा उसके अपराध खुलेआम चलते रहे वह टेरर फंडिंग करता रहा है वह आतंकी कार्रवाइयों के लिए धन जुटाता रहा
सरकार में बैठे हुए लोग उसकी तरफ से
आंख मूंदे बैठे रहे प्रधानमंत्री निवास में उसकी आवा जाही
होती रही प्रधानमंत्री के साथ मुलाकात होती रही और कश्मीर में निर्दोष भारतीयों को मारने में वह अपनी भूमिका निभाता रहा, वह भारत के विखंडन की साजिश रचता रहा और उसके द्वारा देशद्रोह लगातार किया जाता रहा
लेकिन इस देश में कोई उसके खिलाफ बोलने
या बात करने को तैयार नहीं था लेकिन अचानक मोदी सरकार आ जाती है एनआईए 2017 में उसके खिलाफ
स्वत एक मुकदमा दर्ज करती है 2019 में उसे गिरफ्तार किया जाता है और 2022 में उसे आजीवन कारावास की सजा दी जाती है
सरकार बदलने का अर्थ क्या होता है
जब सरकार में बैठे लोग राष्ट्रवादी होते हैं तो राष्ट्रद्रोही
सलाखों के पीछे होते हैं और सरकार में बैठे लोग जब राष्ट्र के खिलाफ बोलने वाले होते हैं तो राष्ट्रद्रोही मौज उड़ा रहे होते हैं इसीलिए यासीन मलिक पिछले 50 साल तक मजे करता रहा और आज वह जेल की सलाखों के पीछे हैं
सरकारों का और आपके वोट की ताकत का
बहुत महत्व होता है ध्यान रखिएगा यासीन मलिक
आपके वोट की ताकत के कारण से जेल की सलाखों के पीछे हैं अगर आप अपने वोट का सही उपयोग करेंगे तोऔर भी कई देशद्रोही सलाखों के पीछे जाएंगे ????????